pm modi

  • हे मंगलमूर्ति! इन को भी क्षमा करना, उन को भी

    गणपति तो विध्नहर्ता हैं। कोई बुद्धिहर्ता और विवेकहर्ता तो हैं नहीं। इसलिए मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि भारत के प्रधान न्यायाधीश महोदय को यह बुद्धि-विवेक कहां से मिला कि वे भारत के प्रधानमंत्री जी को अपने यहां गणेश-आरती करने के लिए निमंत्रित करें? मुझे यह भी नहीं मालूम कि प्रधानमंत्री जी पर इस विवेक-बुद्धि का अवतरण कहां से हुआ कि वे बाक़ायदा महाराष्ट्रीय परिधान धारण कर, सिर पर टोपी लगा कर, आरती के निजी आयोजन में शिरकत करने पहुंच गए? मुझे यह भी नहीं मालूम कि प्रधानमंत्री जी निमंत्रण मिलने पर प्रधान न्यायाधीश जी के घर गए या...

  • चीफ जस्टिस के घर क्यों गए पीएम?

    कह सकते हैं कि शिष्टाचार के तहत या एक धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार, 11 सितंबर को भारत के चीफ जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ के घर गए। लेकिन क्या यह मामला सिर्फ इतना भर है? क्या प्रधानमंत्री सिर्फ इसलिए चीफ जस्टिस के यहां गए क्योंकि वे मराठी हैं और इस समय उनके घर में गणपति उत्सव का आयोजन हो रहा है? यह इतने भर का मामला नहीं है। अगर सिर्फ शिष्टाचार या धार्मिक उत्सव में शामिल होने की सामाजिकता का मामला होता तो प्रधानमंत्री पिछले साल भी चीफ जस्टिस के घर गए होते? आखिर...

  • मणिपुर को गंभीरता से लेने की जरुरत

    भारतीय जनता पार्टी के नेता बात बात पर विपक्षी पार्टियों की राज्य सरकारों को बरखास्त कराने के लिए राज्यपाल और राष्ट्रपति को ज्ञापन देने पहुंच रहे हैं। उनके हिसाब से पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को तत्काल बरखास्त कर देना चाहिए क्योंकि वहां एक अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और जघन्य हत्या की घटना की जांच में पुलिस ने कुछ गड़बड़ी की है और उसके खिलाफ डॉक्टर एक महीने से हड़ताल पर हैं। हालांकि अब मामले की जांच सीबीआई कर रही है और मुख्य आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है। इसी तरह भाजपा के नेता चाहते...

  • जेल से निकले राशिद का मोदी पर हमला

    नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में चुनाव प्रचार के लिए 21 दिन की जमानत पर छूटे इंजीनियर राशिद ने बाहर निकलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी के ‘नया कश्मीर’ के नैरेटिव के खिलाफ लड़ेंगे। शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर राशिद पर आतंकवादियों को फंड मुहैया कराने के आरोप हैं। विशेष अदालत ने राशिद को जम्मू कश्मीर में चुनाव प्रचार के लिए 21 दिन की अंतरिम जमानत दी है। दिल्ली की तिहाड़ जेल से निकलकर राशिद ने कहा- साढ़े पांच साल जेल में रहने के बाद मैं खुद को मजबूत और अपने लोगों के...

  • अब भाजपा संगठन में होगा जोश और होश का समन्वय

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • भाजपा में इतनी बगावत क्यों है?

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • राहुल का सरकार पर निशाना

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • सोचें, क्या है मोदी एजेंडा?

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • चीन पर प्रधानमंत्री मोदी का निशाना

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • सिंगापुर में प्रधानमंत्री का स्वागत

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • ब्रुनेई पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • पेंशन तो ठीक है लेकिन बाकी आबादी का क्या?

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • राजनीति हमें बीहड़ में ले आई!

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • महिला सुरक्षा के कठोर कानून बने हैं: मोदी

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • मोदी ने माफी मांगी

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • ममता ने मोदी को फिर लिखी चिट्ठी

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • भाजपा के चुनावी मुद्दों की कमी

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • महिला सुरक्षा पर घड़ियाली आंसू!

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • ममता का विकेट गिरा तो मोदी में लौटेगा दम!

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • एक हार से सब कुछ बदल गया

    भोपाल। वर्ष 2020 के संगठन चुनाव में भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के लिए जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय की थी जिसके कारण कुछ जगह योग्य और अनुभवी लोग संगठन से बाहर हो गए और कुछ जगह ऐसे लोग पदों पर आ गए जो पार्टी की गंभीरता को संप्रेषित नहीं कर पाए। शायद यही कारण है कि इस बार पार्टी भाजपा संगठन चुनाव में आयु सीमा का कोई बंधन नहीं रखेगी बल्कि योग्य और अनुभवी को प्राथमिकता देगी। दरअसल, कोई भी प्रयोग तभी सफल माना जाता है जब परिणाम अनुकूल आए। भाजपा ने पिछले कुछ वर्षों में पीढ़ी परिवर्तन...

  • और लोड करें