pm narendra modi

  • सोचें, क्या है मोदी एजेंडा?

    PM Narendra Modi: यों कहने को अभी नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर में कहा है कि वे भारत में कई सिंगापुर बनाएंगे। लेकिन यह जुमला है एजेंडा नहीं। वैसे ही जैसे दस वर्ष पहले मोदी ने स्मार्ट सिटी का जुमला दिया था। जरा भारत के बाढ़ग्रस्त महानगरों, शहरों पर गौर करें, खरबों रुपए की स्मार्ट सिटी की ठेकेदारी के बावजूद कथित स्मार्ट सिटियां पानी में डूबी दिखेंगी। इसलिए मोदी राज के एजेंडे में विचारना यह है कि अबकी बार 400 पार, हिंदू राष्ट्र की घोषणा, गौहत्यामुक्त भारत या बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालने, पीओके आजाद कराने, सीमा पार से आंतकियों को...

  • फ़िदा-हुसैन नहीं, न्याय-देवता की ज़रूरत

    पूरे एक दशक अकांडतांडव में रत रहने वाले टीवी-सूत्रधारों और अख़बारी-क़लमकारों के परिस्थितिजन्य ताल-बदलू उपक्रम को उन का सच्चा हृदय परिवर्तन समझने वाले नासमझों को कोई समझाए कि सांसारिक लीलाएं इतनी बेलोच नहीं हुआ करती हैं कि आप उन पर ऐसे सरपट रपटने लगें।... जन्मजात अंधखोपड़ियों ने पूरे दस बरस कथन और लेखन के अक्षरविश्व में जैसा नग्न-धमाल मचाया, उसे ऐसे ही विस्मृत कर देना नादानी होगी। दस साल से देश की छाती पर नरेंद्र भाई मोदी की नफ़रती-कार्यावली की मूंग हर रोज़ पूरे ज़ोरशोर से दल रहे मीडिया-अनुचरों में से कुछ के सुर 2024 के लोकसभा चुनाव नतीजे आने...

  • शिखर से जब लुढ़के हैं तो मोदी को और लुढ़कना ही है!

    सोचें, कोई व्यक्ति एवरेस्ट पर खड़ा है। वह शिखर पर अपने को शिव मान तांडव कर रहा है और एक दिन अचानक उसके पांव के नीचे की जमीन-बर्फ खिसकी, वह शिखर से लुढ़का तो क्या होगा? क्या वह तब तक लुढ़कता नहीं रहेगा जब तक पैंदे पर धम्म से गिरे नहीं! संभव ही नहीं जो वह वापिस शिखर पाए या अधबीच कहीं थमे। फिर सत्य यह भी कि वह क्योंकि झूठे रास्ते, एकलखोरी से शिखर पर था तो न उसे मदद का कोई हाथ मिलेगा और न लुढ़कते हुए सही रास्ता सूझेगा। उलटे जो लोग तांडव की तुताड़ी या तबला...

  • मोदी बनाम कमला

    शुक्रवार के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस दोनों से विदेश नीति, अंतरराष्ट्रीय राजनीति की अलग-अलग समझ मालूम हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने विदेशी जमीन पर कहा कि भारत की पिछली सरकारें सबसे दूरी बनाने की नीति पर चलती थी, लेकिन अब भारत सबके साथ करीबी रिश्ते बना कर रखता है। मोदी ने यह क्यों कहा? पहला कारण, नेहरू और गुटनिरपेक्ष आंदोलन की पिछली सरकारों की विदेश नीति से अपने आपको अलग तथा महान बतलाना था। भक्तों में मैसेज बनाना था कि मैं कितना महान जो आपस में लड़ रहे रूस और यूक्रेन दोनों के नेता...

  • 240 की मजबूर, विभाजक मोदी सरकार!

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • भाजपा के अंदर मुखर होती नाराजगी

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • तय है नरेंद्र भाई की मध्यावधि-विदाई

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • Har Ghar Tiranga: PM मोदी ने ‘X’ पर प्रोफाइल बदलकर हर घर तिरंगा अभियान में शामिल होने की अपील

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • भागवत में क्यों हिम्मत नहीं?

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • नीति आयोग बैठक: आठ मुख्यमंत्रियों ने किया बहिष्कार

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • नीति आयोग की बैठक में विकसित भारत 2047 पर चर्चा होगी: एकनाथ शिंदे

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • मोदी का अब टाइमपास

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • मनःस्थिति और नाट्यमंचन का अंतर्विरोध

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • चुनावी सभा में ट्रप पर हमला, पीएम मोदी ने दोस्त पर हुए हमले पर जताया दुख…

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • आज शादी के बंधन में बंधेगे RICHEST COUPLE, बनारस के यशोगान पर रखी थीम

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • सिर्फ मोदी है तो ही मुमकिन है…

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • अजैविक मोदी से ‘भोले बाबा’ तक!

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • राहुल के छकड़े से कांपती नरेंद्र भाई की बग्घी

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • जदयू को पूरी तरजीह दे रहे हैं मोदी

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • पहला सत्र तो अच्छा नहीं रहा

    कृषि कानूनों पर 303 सीटों पर जब बैक फुट पर आना पड़ा था तो अब तो 240 ही हैं। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी सवाल उठा देते हैं। जेडीयू के के सी त्यागी भी। सरकार बने अभी दो महीने हुए और चार बार भक्तों को शर्मिंदा होना पड़ा। सबसे पहले बजट में मिडिल क्लास के चार पैसे के अतिरिक्त लाभ को छीनने के लिए लाया गया कैपिटल गैन टैक्स वापस लिया। मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा। हालांकि यह अभी निकाली गई एक ही भर्ती रोकी गई है। क्योंकि...

  • और लोड करें