रूस की विजय दिवस परेडः सब कुछ फीका और बेजान!
नौ मई की रुसी विजय दिवस की परेड इस साल फीकी, बेजान थी।हालातों को बूझ मैंने पिछले हफ्ते लिखा भी था कि इस बार परेड निराशा और खालीपन की चादर ओढ़े हुए होगी। और वही हुआ। पारंपरिक रूप से विजय दिवस रूसी जनता के लिए एक भव्य समारोह होता था। दुनिया रूस की सैन्य शक्ति के प्रदर्शन को देख विचार करती थी। इस बार ऐसा कुछ नहीं था।केवल एक टैंक परेड में शामिल हुआ – द्वितीय विश्वयुद्ध का वही टी-34 टैंक जो हमेशा से सैनिक साजो-सामान की नुमाइश की शुरुआत करता है। सेना की ताकत का प्रतिनिधित्व केवल यही एक...