Sammed Shikharji

  • सम्मेद शिखरजी धर्म स्थान रहेगा

    नई दिल्ली, भाषा। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के प्रमुख इकबाल सिंह लालपुरा ने बुधवार को कहा कि केंद्र और झारखंड सरकार ने तय किया है कि जैन स्थल सम्मेद शिखरजी तीर्थस्थल ही रहेगा और इसे पर्यटन केंद्र के तौर पर परिवर्तित नहीं किया जाएगा। लालपुरा ने कहा कि आयोग ने मंगलवार को इस मामले पर सुनवाई की थी जहां झारखंड सरकार ने आश्वासन दिया कि वह जल्द ही इस बाबत आदेश जारी करेगी। लालपुरा ने पत्रवार्ता में कहा कि झारखंड में सम्मेद शिखर को लेकर जैन समुदाय के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। इसे लेकर तय किया गया है कि यह...

  • तीर्थ और पर्यटन स्थल का फर्क समझे सरकार

    20 तीर्थंकरों ने सम्मेद शिखर में मोक्ष प्राप्त किया है। जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ ने भी इसी तीर्थ में कठोर तप और ध्यान द्वारा मोक्ष प्राप्त किया था। अत: भगवान पार्श्वनाथ की टोंक इस शिखर पर स्थित है। इसे पर्यटन स्थल बनाने की जिद सरकार क्यों कर रही है, यह समझ से परे है।सम्मेद शिखर जैन धर्म को मानने वालों का एक प्रमुख तीर्थ स्थान है। यह जैन तीर्थों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।।।।झारखंड प्राकृतिक पर्यटन की संभावना से भरा हुआ प्रदेश है। उन्हें विकसित करने की बजाय जैन समाज के सबसे पवित्र तीर्थ को पर्यटक स्थल...

  • सम्मेद शिखरजी को पर्यटन क्षेत्र बनाने का निर्णय रद्द करे सरकार : कांग्रेस

    नई दिल्ली। कांग्रेस (Congress) ने झारखंड में सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल (tourist areas) में बदलने के विरोध कर रहे जैन समाज के आंदोलन को सही बताते हुए कहा है कि पार्टी इस समुदाय की भावना के साथ है और सरकार को जैन समुदाय (Jain community) की भावना के अनुकूल कदम उठाने चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा (Pawan Khera) ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) की सरकार जैन तीर्थ स्थल (Jain pilgrimage) को तिजोरी भरने के लिए इस्तेमाल करना चाहती है। उन्होंने कहा कि 2015 में झारखंड सरकार (Jharkhand government)...

  • जैन-तीर्थ की पवित्रताः चिंता?

    झारखंड के गिरीडीह जिले में सम्मेद शिखर नामक एक जैन तीर्थ स्थल है। एक दृष्टि से यह संसार के संपूर्ण जैन समाज का अत्यंत महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। यह वैसा ही है, जैसा कि हिंदुओं के लिए हरिद्वार है, यहूदियों और ईसाइयों के लिए यरूशलम है, मुसलमानों के लिए मक्का-मदीना है और सिखों के लिए अमृतसर का स्वर्ण मंदिर है। सम्मेद शिखर में जैनों के 24 में से 20 तीर्थंकरों ने निर्वाण प्राप्त किया है। दुनिया में किसी भी जैन संप्रदाय का कोई भी व्यक्ति कहीं भी रहता हो, उसकी इच्छा यह रहती है कि जीवन में कम से कम...