संत रविदास वैदिक धर्म पर अडिग थे
महान संत रविदास को रामदास, गुरु रविदास, संत रविदास, रैदास के नाम से भी जाना जाता है। काशी निवासी संत रविदास का कहना था कि जाति भेद मिथ्या है, जन्म से कोई उँच-नीच नहीं होता, कर्म से व्यक्ति बड़ा होता है। जाति कोई भी हो, भगवत्भक्ति सभी का उद्धार करेगी। उनकी वैदिक धर्म पर परम आस्था थी, और वे वेद को सत्य ज्ञान की पुस्तक मानते थे।रैदास ने ऊँच-नीच की भावना तथा ईश्वर-भक्ति के नाम पर होने वाले विवाद को सारहीन तथा निरर्थक बतलाया और सबको परस्पर मिल जुल कर प्रेमपूर्वक रहने का उपदेश दिया। 5 फरवरी -संत रविदास जयंती...