sawan2024

  • धर्म ही नहीं साइंस भी कहता है सावन माह में मांस-मछली और मदिरा का सेवन ना करें..

    sawan2024: हिंदू धर्म के अनुसार श्रावण का महीना बेहद खास और पवित्र माना जाता है. इस माह में भगवान शिवशंकर और माता पार्वती की अराधना की जाती है. सावन के महीने में शिवभक्त अपने अराध्य को प्रसन्न करने के लिए कावड़ यात्रा भी निकालते है. इस महीने में सभी बुरी चीजों का त्याग कर देना चाहिए. आप व्रत का पालन करें या ना करें लेकिन आपको बुरी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. अन्यथा आपका व्रत फलित नहीं होगा. इस समय शराब पीने और मीट खाने को सख्त मना किया जाता है. (sawan2024) आइए जानते हैं कि साइंस के नजरिए...

  • शिव अराधना का पहला दिन आज, जानें शिवलिंग और सावन से जुड़ी 3 मान्यताएं..

    sawan2024: सावन का पवित्र महीना आज सोमवार के दिन से शुरू हो गया है. सावन माह 9 अगस्त तक रहेगा. इस बार खास बात यह है कि शिव की अराधना का पवित्र महीना सोमवार से ही शुरू होकर सोमवार को ही खत्म होगा. (sawan month) इस माह में महादेव के प्रिय 5 सोमवार होंगे. इन दिनों में शिव जी की विशेष पूजा की जाती है. सावन के पूरे महीने भगवान शिव और माता पार्वती की अराधना की जाती है. शिव पूजा और सावन से जुड़ी कई परंपराएं चली आ रही है. जिनका पालन पुराने समय से किया जा रहा है....

  • सोमवार से शुरू और सोमवार को ही खत्म होगा श्रावण का महीना…जानें कब से है शुरू

    sawan2024: आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी यानी देवशयनी या हरिशयनी एकादशी जा चुकी है. इस तिथि से चार माह के लिए भगवान विष्णु जी क्षीरसागर में विश्राम करते हैं. इन चार महीनों को चातुर्मास कहा जाता है. इन 4 महीनों में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. एकादशी के बाद 22 जुलाई से शिव जी का प्रिय महीना सावन का शुभारंभ हो रहा है. जब विष्णु जी विश्राम करते हैं, तब शिव जी इस सृष्टि की सार-संभाल करते है. इस पूरे महीने में शिव जी के लिए विशेष पूजा-पाठ की जाती है. इन दिनों में शिव...

  • देवउठनी एकादशी तक विष्णु जी विश्राम पर, देवशयनी एकादशी से महादेव करेंगे संचालन

    Devshayani Ekadashi: आषाढ़ मास अपने समापन की ओर है और श्रावन माह का आगमन होने वाला है. आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का महत्व काफी अधिक है. आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी से सृष्टि के पालनहार श्रीहरि विश्राम पर चले जाते है. इस समय श्रावन के आगमन पर शिव जी सृष्टि का कार्यभार संभालते हैं. इसी दिन से चातुर्मास शुरू हो जाते हैं. चातुर्मास में किसी भी प्रकार का शुभ कार्य नहीं किया जाता है. उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक चातुर्मास में विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, जनेऊ जैसे शुभ कार्य के लिए मुहूर्त...