सब कहीं चल रहा एक नाटक
जस्टिस हेमा कमेटी कहती है कि दस-पंद्रह प्रभावशाली लोग हैं जिनका पूरी मलयालम फ़िल्म इंडस्ट्री पर नियंत्रण है और ये सब पुरुष हैं। वे किसी पर भी प्रतिबंध लगा सकते हैं और जब कोई महिला अपनो शोषण की शिकायत लेकर उनके पास आती है तो वे उसे अनसुना कर देते हैं। जैसा कि हाईकोर्ट ने निर्देश दिया था, रिपोर्ट में इन प्रभावशाली लोगों के नाम नहीं हैं। मगर इसमें दर्जनों बार इस ‘पॉवर ग्रुप’ का ज़िक्र है जिसके किसी सदस्य के खिलाफ कोई बोल नहीं सकता। परदे से उलझती ज़िंदगी वह कुल बारह लोगों की एक नाटक मंडली थी। इनमें...