Shaktikanta Das

  • मुद्रास्फीति चार प्रतिशत पर लाने का लक्ष्यः आरबीआई

    inflation:- आरबीआई के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा है कि नीतिगत दर में सोच-समझ कर की गयी वृद्धि और सरकार के स्तर पर आपूर्ति व्यवस्था बेहतर बनाने के उपायों से खुदरा महंगाई घटी है तथा इसे और कम कर चार प्रतिशत पर लाने के लिये कोशिश जारी है। दास ने साथ ही जोड़ा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनिश्चितताएं और अल नीनो की आशंका के साथ चुनौतियां भी बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि ब्याज दर और मुद्रास्फीति साथ-साथ चलते हैं। इसीलिए अगर मुद्रास्फीति टिकाऊ स्तर पर काबू में आती है, तो ब्याज दर भी कम हो...

  • रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक शुरू

    RBI :- भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक मंगलवार को यहां शुरू हो गई। मौद्रिक नीति समिति की द्विमासिक बैठक ऐसे समय हो रही है जबकि विशेषज्ञों का अनुमान है कि खुदरा मुद्रास्फीति के मोर्चे पर राहत मिलने के बाद रिजर्व बैंक आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत दर रेपो को 6.5 प्रतिशत पर बनाए रखेगा। रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय एमपीसी की बैठक शुरू हो गई है। बैठक के नतीजों की घोषणा आठ जून (बृहस्पतिवार) को होगी। अप्रैल में पिछली एमपीसी बैठक में रिजर्व बैंक ने नीतिगत...

  • 30 सितंबर के बाद भी दो हजार का नोट वैध मुद्रा: आरबीआई

    नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि 30 सितंबर की समयसीमा तक 2,000 रुपये के ज्यादातर नोट वापस आ जाएंगे। चलन में मौजूद सबसे ऊंचे मूल्य की मुद्रा को अचानक वापस लेने की हैरान करने वाली घोषणा के बाद दास ने सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह फैसला केंद्रीय बैंक के मुद्रा प्रबंधन का हिस्सा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि 2,000 का नोट (two thousand notes) वैध मुद्रा (valid currency) बना रहेगा। गवर्नर ने कहा कि यूक्रेन युद्ध और पश्चिम के देशों में कुछ बैंकों के विफल होने के बावजूद...

  • रिजर्व बैंक ने आर्थिक वृद्धि दर अनुमान 6.5 प्रतिशत किया

    मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को चालू वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि दर (Economic Growth Rate) के अनुमान को मामूली बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया। पहले इसके 6.4 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी गयी थी। वित्त वर्ष 2023-24 की पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा (Monetary Policy Review) पेश करते हुए आरबीआई (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी, तीसरी और चौथी तिमाही में वृद्धि दर के क्रमश: 6.2 प्रतिशत, 6.1 प्रतिशत...

  • रिजर्व बैंक ने रेपो दर 6.5 प्रतिशत की

    मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने मुख्य रूप से महंगाई (Inflation) को काबू में लाने के उद्देश्य से बुधवार को द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में एक बार फिर नीतिगत दर रेपो (policy rate repo) में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। इससे मुख्य नीतिगत दर बढ़कर 6.50 प्रतिशत हो गई है। इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product) (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमान को 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत कर दिया है। वहीं अगले वित्त वर्ष में जीडीपी (GDP) (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर...