shivrajsingh chuhan

  • शिवराज का हिम्मती दांव

    भाजपा ने मध्य प्रदेश में उत्तराखंड मॉडल लागू करने की कोशिश की थी। आलाकमान और संघ ने समझाया था कि वे स्वंय घोषणा कर दें कि वे अब परिवर्तन चाहते है। इसलिए विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेगे। मतलब उनकी जगह नया चेहरा लाकर चुनाव लड़ने की रणनीति बनी थी। लेकिन शिवराजसिंह अपनी पोजिशन छोड़ने को राजी नहीं हुए। उनको यह भी अंदाजा है कि पार्टी उनका चेहरा पेश करके चुनाव नहीं लड़ रही है तो जीतने के बाद उनको मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा। इसलिए उन्होंने होशियारी से अपनी पोजिशनिंग बदली। वे खुद दावेदार बन गए हैं। वे अपनी सभाओं में...

  • क्या कोई दिखा पाएगा शिवराज जैसी हिम्मत?

    मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गजब हिम्मत दिखा रहे हैं। पार्टी आलाकमान ने उनको मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं बनाया है लेकिन उन्होंने खुद को सीएम दावेदार के तौर पर चुनाव में पेश कर दिया है। उन्होंने मध्य प्रदेश में यह माहौल बनाना शुरू कर दिया है कि केंद्र में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे और राज्य में शिवराज राज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बनेंगे। तभी वे अपनी सभाओं में यह सवाल पूछ रहे हैं कि शिवराज को सीएम बनना चाहिए या नहीं? जनता जोर से जवाब देती है कि बनना चाहिए। इसी तरह से वे पूछते हैं कि नरेंद्र...

  • क्या लाड़ली बहनों के भाई और बच्चों के मामा मुख्यमंत्री रहेंगे?

    भोपाल । आगामी विधान सभा चुनावों की जंग को सत्तारूद पार्टी यानि की बीजेपी, किसी अनाम चेहरे के लिए ही लड़ रही हैं| यह तथ्य केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर की प्रैस कोन्फ्रेंस में खुलकर सामने आ गया! जब उनसे पूछा गया की जिस व्यक्ति ने विगत चार विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी का चेहरा बन कर प्रदेश में अगुवाई की हो उसे पाँचवी बार राज्य का नेत्रत्व करने से वंचित रखना वैसा ही हैं, जैसे राजा नरेंद्र मोदी के नाम और परचम के लिए सूबेदार लड़ रहा हो !! आखिर क्यूँ ऐसा हो रहा हैं? नरेंद्र सिंह तोमर के जवाब के अनुसार, राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका निर्णय पार्टी का संसदीय बोर्ड ही तय करेगा! यह आम तौर पर तब होता है जब एक से अधिक लोग मुख्यमंत्री पद के दावेदार हो! परंतु जिस व्यक्ति ने राज्य का बीस साल तक नेत्रत्व किया हो, उसके भविष्य...

  • भाजपा के सामने मध्य प्रदेश की परेशानी

    मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के अंदर बड़ी खींचतान है। वैसे तो राजस्थान में भी है लेकिन वहां उस तरह से पार्टी का अंदरूनी विवाद अभी सतह पर नहीं आया है। कर्नाटक के चुनाव नतीजों के बाद मध्य प्रदेश में पार्टी के अंदर जबरदस्त खींचतान है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पार्टी का आंतरिक झगड़ा सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन नेताओं की गुटबाजी की वजह से इसमें कामयाबी नहीं मिल पा रही है। ध्यान रहे मध्य प्रदेश में भाजपा के पास कई बड़े नेता हैं और सबके अपने गुट थे। इस बीच कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल...

  • सौगातों से चंबल साधने की कोशिश

    भोपाल। ग्वालियर में अंबेडकर महाकुंभ मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनुसूचित जाति वर्ग के लिए सौगातों की झड़ी लगा दी वही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अंबेडकर को विदेश में पढ़ाई कराने राज खोलते हुए ससुराल का योगदान बताया। दरअसल, प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे दोनों ही प्रमुख भाजपा और कांग्रेस वोटरों को साधने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे। खासकर सत्तारूढ़ दल भाजपा एक तरफ जहां बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत कर रही है। वहीं सरकार के निर्णय से सौगात दी जा रही हैं जैसा कि रविवार को ग्वालियर में...

  • लाडली बहना: जन्मदिन पर जवाबदेही का अहसास…

    भोपाल। ग्वालियर में अंबेडकर महाकुंभ मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनुसूचित जाति वर्ग के लिए सौगातों की झड़ी लगा दी वही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अंबेडकर को विदेश में पढ़ाई कराने राज खोलते हुए ससुराल का योगदान बताया। दरअसल, प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे दोनों ही प्रमुख भाजपा और कांग्रेस वोटरों को साधने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे। खासकर सत्तारूढ़ दल भाजपा एक तरफ जहां बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत कर रही है। वहीं सरकार के निर्णय से सौगात दी जा रही हैं जैसा कि रविवार को ग्वालियर में...

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