Subramanian Swamy
ममता बनर्जी चार दिन के अपने दिल्ली दौरे में कई नेताओं से मिल रही हैं, लेकिन बुधवार को उनकी जिस मुलाकात पर सबकी नजर रही वह भाजपा के सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी से उनकी मुलाकात थी।
अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाने वाले भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले में टिप्पणी की है. सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा…
स्वामी ने बग्गा के बारे में लिखा कि उनके ऊपर आपराधिक मुकदमे हैं और वे छोटी-मोटी चोरियां किया करते थे। इसे लेकर बग्गा ने उनको कानूनी नोटिस दे दिया।
भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अपनी पार्टी की सरकार के प्रवक्ताओं से पेगासस जासूसी पर कई असहज करने वाले सवाल पूछे हैं। उन्होंने इस पूरे मामले में भारत को अपना दामन साफ करने की सलाह भी दी है और प्रधानमंत्री से कहा है कि वे सीधे इजराइल के प्रधानमंत्री को फोन करें
राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला किया है. स्वामी ने कहा कि मोदी सरकार ने यूपीए द्वारा बनाई गई अर्थव्यवस्था को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त पी चिदंबरम से जुड़ी 20 साल पुरानी खबरें अचानक सोशल मीडिया में चलाई जाने लगी हैं। उनके धुर राजनीतिक विरोधी और भाजपा के सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी और उनके कुछ करीबी सहयोगी इन खबरों को हाईलाइट कर रहे हैं। 20 साल पुरानी खबरों के जरिए यह प्रचार किया जा रहा है कि चिदंबरम एक समय में भाजपा में शामिल होना चाहते थे लेकिन भारतीय जनता पार्टी के तमिलनाडु के नेताओं के विरोध की वजह से उनको पार्टी में शामिल नहीं किया जा सका था। इस बात को साबित करने के लिए सन 2000 में ‘द हिंदू’ अखबार में छपी एक खबर को ट्विट किया जा रहा है, जिसे स्वामी ने भी रिट्विट किया। एक ट्विटर यूजर नारायण विश्वम ने सन 2000 की ‘द हिंदू’ अखबार की रिपोर्ट ट्विट की, जिसमें कहा गया कि अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते समय चिदंबरम भाजपा में शामिल होना चाहते थे। जिस तरह से तमिलनाडु के एक दूसरे नेता रंगराजन कुमारमंगलम भाजपा में शामिल होकर मंत्री बन गए थे उसी तरह चिदंबरम पर प्रयास कर रहे थे। लेकिन तब के भाजपा अध्यक्ष जना कृष्णमूर्ति और तमिलनाडु भाजपा के दूसरे नेताओं ने चिदंबरम के प्रयास को रोक दिया। नारायण… Continue reading चिदंबरम की पुरानी खबरों के प्रचार
नई दिल्ली। भाजपा के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रह्मण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री कार्यालय और उसके अधिकारियों पर तीखा हमला किया है और कोरोना वायरस से लड़ाई की कमान नितिन गडकरी को सौंपने की मांग की है। कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह देते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि प्रधानमंत्री को कोविड के खिलाफ लड़ाई की कमान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को सौंपनी चाहिए। स्वामी ने ट्विटर पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री कार्यालय के ऊपर भी तीखा हमला किया। सुब्रह्मण्यम स्वामी की सोशल मीडिया पोस्ट पर जब एक व्यक्ति ने गडकरी को कमान सौंपने की वजह पूछी तो स्वामी ने कहा- कोविड से निपटने के लिए बुनियादी ढांचे के फ्रेम वर्क की जरूरत है और गडकरी इस मामले में खुद को साबित कर चुके हैं। उन्होंने लिखा- भारत इस महामारी से भी लड़ाई जीतेगा, उसी तरह जैसे मुस्लिम आक्रमणकारियों और ब्रिटिश घुसपैठियों के खिलाफ उसने जीती थी। स्वामी ने लिखा- अगर सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो हम तीसरी लहर का भी सामना करेंगे, जिसमें बच्चों पर ज्यादा असर पड़ सकता है। ऐसे में एक गंभीर संकट प्रबंधन टीम की जरूरत है, प्रधानमंत्री कार्यालय के साइकोज यानी मनोरोगियों पर भरोसा करना बेकार… Continue reading गडकरी को सौंपी जाए कमान
अगर ट्विटर को राजनीतिक लड़ाइयों का सबसे बड़ा मैदान मानें तो वहां केंद्र सरकार और नरेंद्र मोदी का सबसे बड़ा विपक्ष सुब्रह्मण्यम स्वामी हैं। राहुल गांधी भी ट्विट करते हैं और सवाल उठाते हैं पर उनका अटैक सीमित विषयों पर होता है। उनके मुकाबले स्वामी का हमला अलग अलग और ऐसे विषयों पर होता है, जो भाजपा के कोर एजेंडे में रहा है। वे रोजमर्रा के सामान्य प्रशासनिक कार्यों में सरकार की विफलता का मुद्दा तो उठाते ही हैं साथ ही हिंदुत्व के मुद्दे पर भी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हैं। जैसे पिछले दिनो राम सेतु का मामला आया। सुब्रह्मण्यम स्वामी राम सेतु को राष्ट्रीय धरोहर बनवाने का मुकदमा लड़ रहे हैं। उन्होंने ट्विट करके कहा कि इस साल के अंत तक राम सेतु को राष्ट्रीय धरोहर बनाने के अभियान में कुछ कामयाबी मिल सकती है। साथ ही उन्होंने कहा क भारत सरकार इस मसले पर अदालत में चुप है। बाद में किसी यूजर ने कहा कि अंधभक्त राम सेतु का श्रेय भाजपा और मोदी को दे रहे हैं तो सुब्रह्मण्यम स्वामी ने दो टूक अंदाज में कहा है कि श्रेय छीनने का काम वे ही लोग करते हैं, जो हीन भावना का शिकार होते हैं। कहने की… Continue reading असली विपक्ष डॉक्टर स्वामी!
New Delhi: भाजपा के राज्यसभा सांसद (Rajya Sabha MP) सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) के बयान अक्सार उनकी ही पार्टी के लिए सरदर्द बन जाते हैं. कई बार देखा गया है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी पार्टी और आलाकमानों के द्वारा दिये गये निर्णयों से परे अपने विचार खुल कर रखते हैं. यहीं कारण है कि अक्सर देखा जाता है कि उनके बयानों के बाद विवाद हो जाता है. इससे विरोधियों को भी कई बार बोलने का अवसर मिल जाता है.लेकिन इन सबसे बेपरवाह सुब्रमण्यम स्वामी अपने बेबाक विचार रखते हैं. ताजा बयान अहमदाबाद Ahmedabad) के मोटेरा (Motera) में स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) को लेकर है. जिस बारे में स्वामी जी ने कह दिया कि जीवित रहते हुए सिर्फ सद्दाम और गद्दाफी ने ही स्टेडियमों के नाम अपने नाम करवाये थे. इसलिए प्रधानमंत्री मोदी को स्टेडियम से अपना नाम हटवाना चाहिए. बता दें कि इस स्टेडियम का नाम पहले सरदार पटेल स्टेडियम रखा गया था जिसे बाद में बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया गया. इसे भी पढ़ें- आलिया भट्ट ने दिखाई ‘आरआरआर’ लुक की पहली झलक नाम बदलने के लिए ये दिया सुझाव सुब्रमण्यम स्वामी ने नाम सिर्फ नाम बदलने को नहीं कहा बल्कि इसके लिए… Continue reading इस भाजपा सांसद ने फिर दिखाए बगावती तेवर, कहा- सिर्फ सद्दाम और गद्दाफी ने ही जीवित रहते हुए स्टेडियमों के नाम अपने नाम करवाये थे
क्वैड और ब्रिक्स आज एक दूसरे के विरोधी मकसदों के लिए काम करते दिख रहे हैं। धीरे-धीरे ब्रिक्स में चीन का नेतृत्व कायम हो गया है। जबकि क्वैड का मकसद ही चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकना है। आखिर भारत इन दोनों उद्देश्यों के लिए एक साथ कैसे काम कर सकता है?
भाजपा के सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी देश के उन गिने-चुने नेताओं में से हैं, जिनमें सही को सही और गलत को गलत कहने की हिम्मत है। वे अपनी पार्टी की भी किसी गलती को खुल कर बताते हैं।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने जेईई मेन की परीक्षा में छात्रों की संख्या पर प्रश्न उठाए हैं। स्वामी को इसका जवाब केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने दिया।
कंगना रनौत आज मुंबई एयरपोर्ट पर उतरने के साथ ही राजनीतिक दलों का एक हिस्सा शिवसेना के साथ चल रहे विवाद में अभिनेत्री का समर्थन में उतर गया है
भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने एक ट्वीट के माध्यम से फिल्मकार महेश भट्ट पर निशाना साधा है, जो इस वक्त खूब वायरल हो रहा है।
दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की जिस दिन हत्या हुई थी, उस दिन उन्होंने दुबई के एक ड्रग डीलर से मुलाकात की थी।