telegram ceo

  • टेलिग्राम और अभिव्यक्ति की आजादी

    क्या किसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के मालिक की गिरफ़्तारी से बोलने की आजादी खतरे में पड़ती है? कुबेरपति पावेल डुरोव, जो टेलीग्राम के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं, की गिरफ्तारी के बाद दुनिया भर में बोलने की आजादी को लेकर चिंता जताई जा रही है। इस मुद्दे पर बहस की शुरूआत एलन मस्क ने की और अब वही इसका नेतृत्व कर रहे हैं। एक्स पर उन्होंने इस गिरफ्तारी को बोलने की आजादी के लिए अशुभ बताया। एडवर्ड स्नोडेन ने इसे अभिव्यक्ति और संगठित होने के मूलभूत मानवाधिकारों पर हमला कहा। 39 साल के पवेल डुरोव अरबपति हैं, टेकी हैं,...

  • पश्चिम में सिमटती आजादियां

    Telegram CEO arrested: जब दुरोव को फ्रांस में गिरफ्तार किया गया, तो कार्लसन ने कहा- ‘अभिव्यक्ति की आजादी हर जगह सिकुड़ रही है। भूतपूर्व फ्री वर्ल्ड पर अंधेरा तेजी से छा रहा है।’ स्पष्टतः यही वो बदलाव है, जिस कारण पश्चिम का सॉफ्ट पॉवर क्षीण हुआ है। मेसेजिंग ऐप टेलीग्राम का डेटा साझा करने के लिए इसके संस्थापक पॉवेल दुरोव पर रूस में दबाव इतना बढ़ा कि छह वर्ष पहले उन्होंने देश को छोड़ने का निर्णय ले लिया। तब वे अमेरिका गए, लेकिन वहां भी माहौल अपने अनुकूल ना पाकर अंततः उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को ठिकाना बनाया। वहां...