Trinamul congress

  • तृणमूल को आईएसएफ की चिंता करनी होगी

    पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के सामने सिर्फ कांग्रेस और लेफ्ट मोर्चे की चुनौती नहीं है। एक नई चुनौती इंडियन सेकुलर फ्रंट यानी आईएसएफ की भी है। यह फ्रंट 2021 के विधानसभा चुनाव के समय बना था और तब उसको कोई सफलता नहीं मिली थी। फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने इस पार्टी का गठन किया था। लेकिन 2021 का विधानसभा चुनाव भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच ऐसा आमने-सामने का चुनाव हो गया था कि कांग्रेस, लेफ्ट के साथ साथ एमआईएम और आईएसएफ सब हाशिए में चले गए। मुसलमानों ने किसी को वोट नहीं दिया। उनका वोट एकतरफा...