Vedic literature

  • साहित्य में श्रेष्ठ और अंहम है वेद

    वैदिक मतानुसार वेद संसार की सभी विद्याओं का मूल है। वैदिक धर्म- संस्कृति के मूलाधार वेद शिक्षाओं के आगार और ज्ञान के भण्डार हैं। वेद में मनुष्य जीवन की समस्त समस्याओं का समाधान है। वेद सांसारिक तापों से सन्तप्त लोगों के लिए शीतल प्रलेप तुल्य, अज्ञानान्धकार में पड़े हुए मनुष्यों के लिए प्रकाश स्तम्भ समान, भूले-भटके लोगों के लिए सन्मार्ग प्रदर्शक हैं। वेद निराशा के सागर में डूबने वालों के लिए आशा की किरण, शोक से पीड़ित लोगों के लिए उत्साह, आनन्द एवं उल्लास का सन्देश प्रदायक हैं। अमूल्य रत्नों के भण्डार वेद पथभ्रष्टों को कर्तव्य का ज्ञान, अध्यात्मपथ के...