विजयदशमीः क्यों होती है आयुध पूजा?
नवरात्रि के दौरान और दशहरा से पहले आयुध पूजा की भारत में प्राचीन व महत्वपूर्ण परंपरा है। नवरात्रि के बाद आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को विजयादशमी के दिन मनाई जाने वाली आयुध पूजा में अस्त्र- शस्त्रों का पूजन किया जाता है। कुछ स्थानों पर इसे आश्विन शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि अर्थात शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिन भी मनाया जाता है। आयुध पूजा को ज्ञान और विद्या की देवी सरस्वती पूजा के रूप में भी देखा जाता है। शक्ति और शक्ति के समन्वय का पर्व नवरात्र और विजयादशमी शारीरिक- मानसिक शुद्धता के साथ विजय का त्योहार है। विजय...