उफ! भयभीत पुतिन के 36 घंटे!
सब कुछ कितना भयावह है! सोचे, छह हजार एटमी हथियारों के विशाल जखीरे वाले रूस पर। यह देश, इसके राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और इनके साथ दुनिया की महाशक्तियों ने शुक्रवार-शनिवार के 36 घंटे कैसे गुजारे होंगे? निश्चित ही हम भारतीयों के बस में इसकी कल्पना संभव नहीं है। लेकिन पुतिन हो या अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके संकट प्रबंधक सबकी सांसे निश्चित ही 36 घंटे अटकी व बैचेन रही होगी। सब चिंता में थे कि मास्को के करीब पहुंचते बागी सैनिक किसी एटमी हथियार के ठिकाने न पहुंच जाए। यह भी तय माने कि पुतिन के 36 घंटे आंतक...