बंगाल को ‘चेंज’ चाहिए !
अछिपुर (24 परगना, पश्चिम बंगाल)। पूर्वी भारत के इस छोटे से गाँव में मौसम ह्यूमिड और असहनीय है।बावजूद इसके आप उत्तर भारत से यहाँ बहकर आ रही बदलाव की बयार को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते।हैरानी भरा मूड है लोगों का। अपनी तरह के अनोखे और अत्यंत सुन्दर चीनी मंदिर के बाहर 68 साल के असित कुमार शील टूटी-फूटी हिन्दी में अपने राजनैतिक नजरिए का बेझिझक खुलासा करते हैं- "अब चेंज आना ही चाहिए," वे यह बात बिना किसी किन्तु-परन्तु के कहते हैं। बदलाव की उनकी यह इच्छा पश्चिम बंगाल के संदर्भ में है, न कि भारत, केंद्र सरकार के सन्दर्भ...