शिक्षक से नींव, संस्कार, चरित्र निर्माण
सफल जीवन के लिए गुरु के द्वारा प्रदान की जाने वाली शिक्षा बहुत उपयोगी है। शिक्षक ही वह धुरी होता है, जो विद्यार्थी को सही-गलत व अच्छे-बुरे की पहचान करवाते हुए बच्चों की अंतर्निहित शक्तियों को विकसित करने की पृष्ठभूमि तैयार करता है। वह प्रेरणा की फुहारों से बालक रूपी मन को सींचकर उनकी नींव को मजबूत करता है तथा उसके सर्वांगीण विकास के लिए मार्ग प्रशस्त करता है। पुस्तकीय ज्ञान के साथ नैतिक मूल्यों व संस्कार रूपी शिक्षा के माध्यम से एक गुरु ही शिष्य में अच्छे चरित्र का निर्माण करता है। 5 अक्टूबर-विश्व शिक्षक दिवस इस संसार का...