
New Delhi: BJP के नेता विवादित बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं. दो दिन पहले ही उत्तराखंड के CM ने महिलाओं के पहनावे को लेकर विवादित बयान दे दिया था. जिसके बाद आज उन्हें माफी मांगनी पड़ी. देखा गया है कि सुर्खियां बटोरने के लिए भाजपा के नेता कई बार ऐसे बयान दे देते हैं जो पार्टी के लिए ही परेशानी बन जाती है. मुजफ्फरपुर से BJP सांसद अजय निषाद (AJAY NISHAD) बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने पर बोल रहे थे. इसी क्रम में उन्होंने कह दिया कि जिनके पहले से दो बच्चे हैं और वे अगर तीसरा बच्चा पैदा करना चाह रहे हैं तो इसके लिए पहले सरकार से एनओसी (NOC) लें. उन्होंने कहा कि वे जल्द ही राज्य और केंद्र सरकार के पास ऐसा कानून बनाने के लिए प्रस्ताव भी देंगे. बता दें कि BJP के नेता एक लंबे समय से जनसंख्या कानून की मांग कर रहे हैं. ये बात तो बहुत हद तक समझ आती है कि मौजूदा समय में बढ़ती जनसंख्या देश के लिए एक चुनौती है लेकिन इस तरह के बयानों से जनता में आक्रोश उत्पन्न होता है और लोगों में भ्रम की स्थिति भी पैदा होती है.
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PM और CM से मिलकर सौंपेंगे प्रस्ताव
सांसद अजय इतना ही करकर नहीं रुके. उन्होंने कहा कि वे अपने इस प्रस्ताव को लेकर CM से मुलाकात करेंगे. इसके साथ ही अगर जरूरत पड़ी तो वे PM के दरवाजे तक भी पहुंच जाएंगे. उन्होंने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए सरकार को ऐसे कानून पास करने की जरूरत है जिससे देश की जनसंख्या पर लगाम लगाया जा सके. हालांकि इस बारे में उन्होंने कहा कि ये उनकी निजी सोच है लेकिन देश की स्थिति ऐसी बन रही है कि हमें जल्द ही इस बारे में सोचना चाहिए नहीं तो परिस्थितयां कंट्रोल से बाहर हो जाएंगी .
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साल भर पहले भी सांसद ने सुलझाया था ये उपाय
बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब सांसद ने जनसंख्या नियंत्रण पर अपने विचार रखे हैं. एक साल पहले भी सांसद ने एक उपाय सुलझाया था. 2020 में सांसद ने कहा था कि जिसके एक बच्चे हों उन्हें सरकार को पुरस्कार देना चाहिए. उन्होंने कहा था कि एक बच्चों वाले माता-पिता को एक लाख से दो लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि दी जानी चाहिए. इसके उल्टे अगर कोई तीसरे बच्चे को जन्म देता है तो उससे सभी सरकारी सुविधाएं छीन लेनी चाहिए. इसके साथ ही उन्हें राशन कार्ड भी नहीं दिया जाना चाहिए.
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