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Mahakumbh 2021: महाकुंभ में 21 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, कोरोना को लेकर प्रशासन अलर्ट

ByNI Desk,
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Mahakumbh 2021: महाकुंभ में 21 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, कोरोना को लेकर प्रशासन अलर्ट
New DelhI: देशभर में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच महाकुंभ का भी आयोजन किया जा रहा है.  इस बार के महाकुंभ के आयोजन में शुरु से ही राजनीतिक पार्टियों में मतभेद देखा जा रहा था. इसके बाद भी देश उत्तराखंड और केंद्र सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम का हवाला देते हुए इसे आयोजित करने का फैसला लिया. देशभर में फैले दूसरे लहर के बीच  आज हरिद्वार में  दूसरे शाही स्नान के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे. मेला प्रशासन द्वारा जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार 12 बजे तक 21 लाख 7 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने हरिद्वार के कुम्भ मेला एरिया में स्नान किया है. आंकड़ों के बाहर आते ही देशभर में इस बात की चर्चा होनी शुरु हो गई है कि क्या इतने ज्यादा लोगों के एक साथ स्नान करने पर कोरोना का प्रसार नहीं होगा. जहां एक ओर लगभग देश के सभी राज्यों में कोरोना संक्रमण को लेकर लोग परेशान है ऐसे में एक बार फिर से इस आयोजन पर सवाल खड़े हे रहे हैं.

एक दिन में  उत्तराखंड में  मिले  नए1333 मरीज 

बता दें कि एक ओऱ तो राज्य में महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है, तो दूसरी ओर कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. रव‍िवार को भी एक दिन में 1333 संक्रमण के नए केस सामने आए हैं. इसके साथ ही रविवार को  8 लोगों की मौत भी हो गई. हालांकि ये माना जा रहा है कि सरकार की ओर से पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. लेकिन इसके बाद भी लोगों में संंक्रमण का भी खतरा बना हुआ है.

अधिकारियों नेे भी़ड़ ना होने की जताई थी आशंका

देशभर में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए अधिकारियों ने आशंका जताई थी कि  इस बार शाही स्नान के लिए ज्यादा लोग नहीं पहुंचेंगे. ऐसे में सामने आए आंकड़ों से तो ये ही समझा जा रहा है कि अधिकारियों के द्वारा जताई गई आशंकाएं गलत साबित हुई है. इसके साथ ही शाही स्नान  से आ रही रिपोर्टों की मानें तो कहा जा रहा है कि प्रशासन के तैयारियों के बाद भी लोगों को संभालने में प्रशासन की पसीने छूट जा रहे हैं.

आज के बाद 14 तारीख को है शाही स्नान

बता दें कि आज के शाही स्नान के बाद अगला शाही स्नान 14 अप्रैल को होना है. उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन आज की स्थिति से सीख लेते हुए 14 अप्रैल को होने वाले शाही स्नान के लिए तैयारी करेगा. इस बार उम्मीद की जा रही है कि आशंकाओं को नजरअंदाज करते हुए प्रशासन  कोई सकर नहीं छोड़ेगा. हालांकि प्रशासन  ने कहा है कि  श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती है तो एमरजेंसी योजनाओ को लागू किया जा सकता है
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