Apophis Hitting Earth : Apophis नाम का विशालकाय एस्टेरॉयड तेजी से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है, और इसका पृथ्वी के साथ सबसे निकटतम संपर्क 13 अप्रैल 2029 को होने वाला है। इस एस्टेरॉयड को लेकर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने अलर्ट जारी किया है, जबकि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) भी इसकी लगातार निगरानी कर रहा है। अपोफिस एस्टेरॉयड की ऑर्बिटल गति 30.73 किलोमीटर प्रति सेकंड है। इस एस्टेरॉयड का नाम मिस्र के एक प्राचीन देवता अपोफिस के नाम पर रखा गया है।
अपोफिस एस्टेरॉयड की खोज 19 जून, 2004 को की गई थी। दिसंबर 2004 में शुरुआती अवलोकनों से यह संकेत मिला कि इसके 13 अप्रैल, 2029 को पृथ्वी से टकराने की 2.7% संभावना है। बाद में इसकी कक्षा का सटीक निर्धारण होने पर इसे स्थायी रूप से 99942 नंबर दिया गया। जुलाई 2005 में इस एस्टेरॉयड की खोज करने वालों ने इसका नाम Apophis रखा, जो मिस्र के प्राचीन विनाशकारी देवता के नाम पर आधारित है।
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INS विक्रमादित्य से भी बड़ा
99942 अपोफिस एस्टेरॉयड का व्यास 350 मीटर से 450 मीटर के बीच बताया गया है, यानी यह भारत के सबसे बड़े विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य और दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम से भी बड़ा है। यह एस्टेरॉयड अक्सर पृथ्वी के करीब से गुजरता है, और चूंकि 140 मीटर से अधिक व्यास वाले किसी भी पिंड के पृथ्वी के पास से गुजरने को खतरनाक माना जाता है, इसलिए वैज्ञानिकों की इस पर खास नजर रहती है।
अपोफिस एस्टेरॉयड 13 अप्रैल, 2029 को पृथ्वी के बेहद करीब से गुजरेगा। इसे लंबे समय से ऐसा एस्टेरॉयड माना जाता था जो पृथ्वी के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। हालांकि, बाद के अवलोकनों से यह स्पष्ट हुआ है कि 2029 में इसके पृथ्वी से टकराने का जोखिम न के बराबर है।
पृथ्वी के पास से गुजरेगा एस्टेरॉयड
NASA के अनुसार, 13 अप्रैल, 2029 को अपोफिस एस्टेरॉयड हमारे ग्रह की सतह से 20,000 मील (32,000 किलोमीटर) से भी कम दूरी से गुजरेगा. यानी यह जियोसिंक्रोनस उपग्रहों की दूरी से भी करीब रहेगा. इस दौरान, अपोफिस पूर्वी गोलार्ध में बिना किसी दूरबीन के दिखाई देगा. 140 मीटर व्यास से अधिक वाले एस्टेरॉयड खतरनाक माने जाते हैं. ISRO के अनुमान बताते हैं कि 300 मीटर से ज्यादा व्यास वाला एस्टेरॉयड पृथ्वी से टकराने पर ‘महाद्वीप के स्तर वाली तबाही’ ला सकता है.
सबसे भयानक स्थिति तो तब होगी जब 10 किलोमीटर से अधिक व्यास वाला एस्टेरॉयड पृथ्वी से टकराए. उस सूरत में धरती पर ‘सामूहिक विलुप्ति’ हो जाएगी. अपोफिस करीब आधा किलोमीटर चौड़ा है. इतना बड़ा एस्टेरॉयड सीधे टकराए तो पृथ्वी के एक बड़े भूभाग में तबाही ला सकता है. स्थानीय स्तर पर जीवन के विलुप्त होने का खतरा है. उसके धमाके से जो धूल उठेगा, वह वायुमंडल को ढक देगी जिसका ग्लोबल प्रभाव हो सकता है. (Apophis Hitting Earth)