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MIlkha Singh : नम आंखों से दी Flying Sikh को विदाई, राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए मिल्खा सिंह

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MIlkha Singh : नम आंखों से दी Flying Sikh को विदाई, राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए मिल्खा सिंह
नई दिल्ली | Flying Sikh के नाम से प्रसिद्ध एथलीट पद्मश्री‍ मिल्‍खा सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. जानकारी के अनुसार मिल्खा सिंह के पार्थिव शरीर को शाम के 4:15 बजे उन्के घर के पास के सेक्टर-25 श्मशानघाट में लाया गया था. मिल्खा सिंह के अंतिस संस्कार के समय उनके घऱ पर जाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल और हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह भी पहुंचे थे. वहीं, केंद्रीय खेल मंत्री रिजिजू और यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के श्मशानघाट पर पहुंचे. इसके साथ ही सरकार की अपील के बाद भी कई लोग श्मशान घाट और घर पर पहुंच गये. हालांकि इस दौरान कोरोना की गाइडलाइन को लेकर राज्य सरकार की ओर से लगातार अपील की जा रही थी. इसलिए लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही 2 गज की दूरी का भी ख्याल रखा.

पिता का शव लेने पहुंचे थे बेटे जीव

मौत की सूचना मिलते ही मिल्खा सिंह के बेटे जीव मिल्खा सिंह लेने पीजीआइ गए थे. कोरोना के गाइडलाइल के कारण मिल्खा सिंह के शव को सेक्टर-8 स्थित उनकी कोठी में रखा गया था. इसके साथ ही घर के बाहर मिल्खा सिंह और उनकी पत्नी निर्मल कौर की फोटो रखकर लोग उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे थे. आने वाले लोग दोनों की तस्वीरों पर माला चढा रहे थे. सबसे पहले मिल्खा सिंह के बेटे जीव मिल्खा सिंह ने उनकी फोटो पर माल्यापर्ण किया. सुरक्षा के लिहाज से घर और इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी.

91 साल के थे मिल्का सिंह, 5 दिनों पहले हुआ था पत्नी का निधन

शुक्रवार की देर रात चानक मिल्खा सिंह का ऑक्सीजन लेवल गिर गया और बीपी डाउन होने से उनकी मौत हो गई थी. उन्‍होंने रात के 11: बजकर 30 मिनट पर अपनी अंतिम सांस ली थी. कोरोना से संक्रमित होने के बाद वे 3 जून से पीजीआइ चंडीगढ़ में भर्ती थे. उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया था कि मिल्खा सिंह कोरोना को तो मात दे चुके थे लेकिन पोस्ट कोविड साइडइफेक्ट्स से वह नहीं उबर सके. वे 91 साल के थे. बता दें कि पांच दिन पहले ही उनकी पत्नी निर्मल मिल्‍खा सिंह का निधन भी कोरोना के संक्रमण के कारण मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में हुआ था. इसे भी पढें- Bengal Politics : राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने 48 घंटों में दूसरी बार की अमित शाह से मुलाकात, कहा- आजादी का बाद ऐसे कभी नहीं हुए हालात
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