नई दिल्ली | Sharad Purnima 2021: भारत में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है। आज अश्विन मास की पूर्णिमा अर्थात शरद पूर्णिमा का पर्व है। इस दिन मां लक्ष्मी जी का पूजन किया जाता है और उसके बाद चंद्रदेव के दर्शन किए जाते हैं। इससे धन-धान्य की प्राप्ति होती है और काया निरोगी रहती है। हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के दिन रात्रि में आसमान से अमृत बरसता है। शरद पूर्णिमा को जागृत पूर्णिमा भी कहा जाता है।
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शरद पूर्णिमा पर करेंगे ये उपाय तो मिलेगा काया सुख और धन-धान्य
- आयुर्वेदानुसार, शरद पूर्णिमा की रात्रि में चांद के दर्शन करने और चंद्रमा को निहारने से नेत्र संबंधी रोग मिटते हैं। कई लोग तो इस दौरान चंद्रमा की रोशनी में सुई में धागा पिरोते हैं।
- धार्मिक मान्यतानुसार, शरद पूर्णिमा की रात में चंद्रमा की रोशनी में बैठने से शारीरिक रोगों से मुक्ति मिलती है।
- मान्यता है कि, शरद पूर्णिमा के दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा करने से कुवांरी लड़कियों को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है।
- शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी का प्रादुर्भाव हुआ था। इसलिए मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करने और रात में जागरण करें। मां लक्ष्मी की पूजा के दौरान उन्हें गुलाबी रंग के फूल और इत्र अर्पित करें। ऐसा करने से मां प्रसन्न होती हैं और धन-धान्य कमी नहीं रहती है।
- शरद पूर्णिमा दिन खीर बनाकर या कालीमिर्च रात में चंद्रमा की रोशनी में रखना और अगले दिन उसे ग्रहण करने से कई रोगों से मुक्ति मिलती है और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
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