नई दिल्ली। पिछले साल अगस्त में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने और राज्य के बंटवारे बाद वहां भेजे गए अर्धसैनिक बलों के अतिरिक्त जवानों को तत्काल वापस बुलाने का फैसला किया गया है। केंद्र सरकार ने बुधवार को फैसला किया कि राज्य में भेजे गए अतिरिक्त दस हजार जवानों को वापस बुला लिया जाए। बताया जा रहा है कि इन जवानों की इसी हफ्ते वापसी हो सकती है।
गृह मंत्रालय ने अर्धसैनिकों बलों की जम्मू कश्मीर में तैनाती की समीक्षा की थी, उसके बाद उन्हें वापस बुलाने का फैसला किया गया। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि अलग अलग अर्धसैनिक बलों की एक सौ कंपनियों को तुरंत अपनी बेस लोकेशन पर वापस जाने का आदेश केंद्र की तरफ से जारी किया गया है। इन कंपनियों को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद तैनात किया गया था।
केंद्र के निर्देश के मुताबिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीआरपीएफ की 40 कंपनियां, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा फोर्स, सीआईएसएफ की 20 कंपनियां और बाकी बीएसएफ व एसएसबी की कंपनियों को इसी हफ्ते जम्मू-कश्मीर से रवाना कर दिया जाएगा। आमतौर पर हर कंपनी में एक सौ जवान रहते हैं। इससे पहले गृह मंत्रालय ने मई 2020 में अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियां जम्मू कश्मीर से हटाई थीं। केंद्र के मौजूदा आदेश के बाद भी जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ की 60 बटालियन रहेंगी।