नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने बताया है कि मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए अगले दस दिन में 26 सौ ट्रेनें चलाएगी। भारतीय रेलवे ने श्रमिक स्पेशल और दूसरी स्पेशल ट्रेनों के बारे में शनिवार को स्थिति स्पष्ट की। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया कि एक मई से शुरू की गईं श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से अब तक 45 लाख प्रवासी मजदूर सफर कर चुके हैं। इनमें 80 फीसदी ट्रेनें उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए थीं।
उन्होंने बताया कि रेलवे अगले 10 दिन में 26 सौ ट्रेनें चलाएगा। वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हुई प्रेस कांफ्रेंस में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कई अहम सवालों के जवाब दिए। इसी क्रम में उन्होंने बताया कि अगले 10 दिन में 26 सौ श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इनमें 36 लाख यात्री सफर करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि एक जून से 200 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू की जाएंगी। इनकी टिकटों की बुकिंग 21 मई से शुरू हो चुकी है। बोर्ड के चेयरमैन ने बताया- लोग इन ट्रेनों के लिए 30 दिन पहले एडवांस में रिजर्वेशन करा सकेंगे। इनमें रेडी टू ईट पैकेज्ड फूड मिलेगा। फेस कवर और आरोग्य सेतु ऐप जरूरी होगा। उन्होंने यह भी बताया कि इन ट्रेनों में आरएसी यानी जिनकी टिकट कंफर्म नहीं होगी वे भी यात्रा कर सकेंगे। हालांकि वेटिंग लिस्ट वाले यात्री सफर नहीं कर सकेंगे। ट्रेनों में बिना आरक्षण वाला कोई भी डब्बा नहीं होगा।