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देर शाम राजनाथ उतरे बचाव में

ByNI Desk,
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देर शाम राजनाथ उतरे बचाव में
नई दिल्ली। विवादित कृषि विधेयकों को ध्वनि मत से राज्यसभा में पास कराए जाने के बाद विपक्ष के विरोध और हंगामे को देखते हुए सरकार ने राजनाथ सिंह को बचाव में उतारा। देर शाम राजनाथ सिंह सहित छह केंद्रीय मंत्रियों ने प्रेस कांफ्रेंस की। राजनाथ ने देश के किसानों को भरोसा दिलाया कि किसी भी कीमत पर न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी खत्म नहीं होगी। उन्होंने कहा कि वे किसान हैं और इसलिए कह सकते हैं कि यह सरकार कभी भी किसानों का नुकसान नहीं करेगी। संसद के भीतर और बाहर सड़कों पर जारी किसानों के विरोध के बीच रविवार को देर शाम मोदी सरकार के छह बड़े मंत्रियों ने प्रेस कांफ्रेंस की। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- राज्यसभा में जो कुछ भी हुआ है वह दुखद था। दुर्भाग्यपूर्ण था। मैं जानता हूं कि सदन की कार्यवाही चलाने के लिए सत्तापक्ष की जिम्मेदारी बनती है वहीं विपक्ष की भी जिम्मेदारी बनती है। राजनाथ ने कहा- किसी भी कीमत पर एमएसपी खत्म नहीं होगी। मैं पूरी तरह से देश के किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि एपीएमसी भी खत्म नहीं होगी। केवल निहित राजनीतिक स्वार्थ को साधने की जो कोशिश की जा रही है वह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा- मैं समझता हूं कि स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा के लिए यह अनुकूल नहीं है। प्रेस कांफ्रेंस में राजनाथ सिंह के साथ नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल और अन्य मंत्री मौजूद हैं। रक्षा मंत्री ने कहा- मैं मानता हूं कि यह बिल किसान और कृषि जगत के लिए जरूरी है। इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी। किसानों के बीच गलतफहमी पैदा की जा रही है। हकीकत यह है कि दोनों बिल लागू होने के बाद हमारा किसान उसकी फसल पूरी आजादी के साथ बेच सकेगा जहां वह बेचना चाहता है। हमारी सरकार ने एमएसपी बढ़ाया है। राजनाथ ने कहा- राज्यसभा में उप सभापति के साथ जो व्यवहार हुआ है वह गलत है। रूल बुक को फाड़ना, आसंदी के ऊपर चढ़ जाना, जहां तक मैं जानता हूं, मैं कह सकता हूं कि कभी भी संसदीय इतिहास में ऐसी घटना न लोकसभा में हुई है न राज्यसभा में।
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