नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र-2 आज शुरू होने के साथ विपक्ष जहां दिल्ली हिंसा के मुद्दे को अपने एजेंडे में रखे हुए है, वहीं सत्ताधारी भाजपा इस मुद्दे पर विपक्ष का मजबूती से सामना करने के लिए खुद को तैयार कर रही है।
सत्तापक्ष ने कांग्रेस के साथ ही अन्य दलों के नेताओं द्वारा दिए गए बयान पर आक्रामक रूप से मुकाबला करने की योजना बनाई है। विपक्ष जहां इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री की ओर से बयान देने और विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश में है, वहीं भाजपा सदन में नियमों के अनुसार चर्चा चाहती है।
गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली हिंसा पर बोलने के लिए तैयार हैं, जिसमें 87 लोगों को गोली लगी थी, 45 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा घायल हैं। भाजपा ने जोर देकर कहा कि दिल्ली की हिंसा पूर्व नियोजित थी और इसका उद्देश्य अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान मीडिया का ध्यान आकर्षित करना था। इसके साथ ही भाजपा जिहादी ताकतों का समर्थन करने के लिए कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों पर भी हमला बोलेगी।
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भगवा पार्टी 17 फरवरी को उमर खालिद द्वारा दिए गए भाषण को भी मुद्दा बनाएगी। यवतमाल (महाराष्ट्र) में उमर खालिद का भाषण वायरल हो गया है। उमर खालिद ने अपने भाषण में स्पष्ट रूप से ट्रंप की यात्रा का उल्लेख किया है। इस भाषण में खालिद ने कहा है कि भारत में ट्रंप के आगमन के दौरान लोगों को सड़कों पर उतरना चाहिए और विरोध करना चाहिए।
आज संसद का बजट सत्र फिर से शुरू हुआ, जिसमें 23 से 25 फरवरी के बीच उत्तर-पूर्वी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में भड़की हिंसा के खिलाफ विपक्षी दलों ने नारे लगाए और सरकार के खिलाफ विरोध जताया। दिल्ली में हिंसा नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थक व विरोधी समूहों के बीच झड़पों के बाद शुरू हुई थी। संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू हुआ था और 11 फरवरी को स्थगित होने के बाद दो मार्च को फिर से शुरू हुआ है। सत्र का समापन तीन अप्रैल को होगा।