नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रेलवे के लिए भारी भरकम बजटीय प्रावधान का ऐलान तो किया पर किसी नई ट्रेन की घोषणा नहीं की। उन्होंने आम बजट पेश करते हुए रेलवे को एक लाख 10 हजार करोड़ देने का ऐलान किया। पर एक भी नई ट्रेन की घोषणा नहीं हुई और न वित्त मंत्री ने रेलवे कर्मचारियों को कुछ देने का ऐलान किया। वित्त मंत्री ने इस बार बजट में मेट्रो रेल के विस्तार पर खास ध्यान दिया है।
सोमवार को पेश हुए बजट में वित्त मंत्री ने रेलवे को एक लाख 10 हजार करोड़ रुपए का बजट दिया है, जो पिछली बार से करीब 38 हजार करोड़ रुपए ज्यादा है। पिछले वित्त वर्ष के बजट में सरकार ने रेलवे को 72.21 हजार करोड़ रुपए दिए थे। वित्त मंत्री ने मेट्रो ट्रेन के विस्तार पर खास ध्यान दिया है। उन्होंने बताया कि 702 किमी ट्रैक पर मेट्रो अभी चल रही हैं। 27 शहरों में 1016 किमी मेट्रो पर काम और चल रहा है। इसके अलावा कम लागत से टायर-2 शहरों में मेट्रो लाइट्स और मेट्रो नियो शुरू होंगी। उन्होंने कई शहरों में मेट्रो परियोजनाओं का ऐलान किया।
वित्त मंत्री ने दिसंबर 2023 तक सौ फीसदी बड़ी लाइन के विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा है। हालांकि, ये आसान नहीं होगा, क्योंकि मोदी सरकार में 2014 से 2019 तक पांच साल में 13,687 किलोमीटर बड़ी लाइन का विद्युतीकरण किया है। इस लिहाज से हर साल करीब 27 सौ किलोमीटर का ही विद्युतीकरण हो सका है। अभी कोई 10 हजार किलोमीटर से ज्यादा बड़ी लाइन का विद्युतीकरण किया जाना बाकी है।