नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिंता बढ़ाने वाली बात कही है। मंत्रालय ने कहा है कि देश में अब कोरोना वायरस के ऐसे मरीज भी मिल रहे हैं, जिनमें बीमारी का कोई लक्षण नहीं दिख रहा है। गौरतलब है कि दुनिया के देशों में ऐसे 30 फीसदी मरीज मिले हैं, जिनमें ऊपर से देखने पर कोराना वायरस का कोई भी लक्षण नहीं दिखा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में अब बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित भी मिल रहे हैं। यह चिंता की बात है। ऐसे मरीजों में पहले से कोई लक्षण नहीं दिखता है। चूंकि, ये लोग स्वस्थ दिखते हैं इसलिए इनसे संक्रमण के फैलने का ज्यादा खतरा रहता है। अग्रवाल ने डॉक्टर्स, नर्स और मेडिकल स्टाफ में संक्रमण के फैलने पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने में जुटी है कि कैसे कोरोना के इलाज में लगे मेडिकल स्टाफ कोरोना से बचे रहें। इसके लिए उन्हें सही तरीके से ट्रेनिंग दी जाएगी।
अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस फैलने से रोकने के लिए चेन ऑफ ट्रांसमिशन को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए गाइडलाइन तैयार की गई है। राज्य सरकारें उसका पालन कर इसे रोकने में जुटी हैं। हाइपरटेंशन और डायबटीज से ग्रसित मरीजों का डाटा निकाल कर उन्हें सावधानी बरतने को कहा जा रहा है। संयुक्त सचिव अग्रवाल ने कहा- हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की कमी नहीं है और आगे भी कोई कमी नहीं होने देंगे। लेकिन, इसके इस्तेमाल पर हम काफी सतर्क हैं। उन लोगों को यह दवा दी जा रही है, जिन्हें इसकी जरूरत है। डॉक्टर की सलाह पर ही इसे दिया जा रहा है।