नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। रविवार को चार और संक्रमितों की मौत हो गई, जिससे मरने वालों का आंकड़ा 30 पहुंच गया है। देश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 11 सौ से ज्यादा हो गई है। कोरोना वायरस के संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित केरल और महाराष्ट्र दोनों राज्यों में संक्रमितों की संख्या दो सौ का आंकड़ा पार गई है। रविवार की शाम तक महाराष्ट्र में 203 और केरल में 202 लोग इस वायर, से संक्रमित थे।
बहरहाल, रविवार को अलग अलग हिस्सों में चार और मौतें हो गईं। मुंबई में 40 साल की महिला की जान चली गई। वह हाईपरटेंशन की मरीज भी थी। इसके अलावा राज्य के बुलढाणा में भी 45 साल के एक व्यक्ति की मौत संक्रमण के चलते हुई थी। रविवार को आई रिपोर्ट में पता चला कि वे कोरोना से संक्रमित थे। महाराष्ट्र में मरने वालों की संख्या आठ हो गई है, जिनमें सात लोगों की मौत मुंबई में हुई है। मुंबई से बाहर पहली मौत बुलढाणा में हुई है।
रविवार को अहमदाबाद में भी 45 साल के व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। गुजरात में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा पांच पर पहुंच गया है। जम्मू-कश्मीर में संक्रमण से 62 साल के व्यक्ति की जान चली गई। वह तंगमार्ग का रहने वाला था। डॉक्टर के मुताबिक उसे लीवर से जुड़ी बीमारी थी। राज्य में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच खबर है कि सेना में संक्रमण का तीसरा मामला सामने आया है।
रविवार की शाम तक कोविड19इंडिया डॉट ओआरजी वेबसाइट के मुताबिक कोरोना संक्रमण के कुल 1127 मामले सामने आए थे। सरकार की ओर से रविवार की सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या 1024 है। इनमें से 95 ठीक हो गए हैं, जबकि 30 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच संक्रमण रोकने के लिए देश भर में लागू लॉकडाउन के बीच दिहाड़ी मजदूर और ऐसे ही कामगार हजारों की तादाद में मुंबई, जयपुर, सूरत जैसी जगहों से अपने-अपने राज्यों की ओर जा रहे हैं। हालात को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि ऐसे मजदूरों का मूवमेंट रोका जाए। इन लोगों को सीमाओं पर ही 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन किया जाए और राज्य अपनी तरफ से इन लोगों के खाने-पीने का इंतजाम करें।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने निवास पर हुई मंत्री समूह की बैठक में लॉकडाउन के दौरान सफर करने वाले प्रवासियों को रहने के लिए अस्थायी आवास देने का फैसला किया गया। खाना, दवाइयां और ऊर्जा उत्पाद जैसी जरूरी चीजों की सप्लाई को चालू रखने का भी फैसला हुआ। लॉकडाउन को सख्ती से लागू कराने की जिम्मेदारी जिलों को डीएम और एसपी को दी गई है।