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केजरीवाल और उद्धव ने की अपील

ByNI Desk,
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केजरीवाल और उद्धव ने की अपील
नई दिल्ली/मुंबई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और महाराष्ट्र के अलग अलग शहरों से प्रवासी मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपील की है। दोनों मुख्यमंत्रियों ने कहा कि जो जहां है वहीं रहे, उन्हें किसी किस्म की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। केजरीवाल ने तो यह भी ऐलान किया मजदूर अपने घरों के किराए की चिंता नहीं करें, उनका किराया सरकार भरेगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजीरवाल ने डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस करके पलायन कर रहे लोगों से कहा कि जो लोग जहां हैं वहीं रहें और बाहर नहीं निकलें, दिल्ली सरकार उनके रहने और खाने का पूरा इंतजाम कर रही है। उन्होंने प्रवासी मजदूरों से अपील करते हुए कहा- आप अपने घर में रहें सरकार आपके कमरे का किराया दे देगी। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली और यूपी के बॉर्डर पर भारी भीड़ है। उन्होंने कहा- दूसरे राज्यों में भी लोग पलायन कर रहे हैं। गोवा, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड आदि में लोग शहर छोड़ कर गांव में जा रहे हैं। सभी से हाथ जोड़ कर अपील है कि पीएम ने कहा था कि जो जहां हैं, वहीं रहें। यही कोरोना को रोकने का मंत्र है। ये मंत्र नहीं लागू हुआ, तो हम फेल हो जाएंगे। केजरीवाल ने भावुक अपील करते हुए कहा- दिल्ली का सीएम और आपका बेटा होने के नाते कई स्कूल खाली करा दिए हैं। वहां गद्दे बिछवा दिए गए हैं, जरूरत पड़ी तो स्टेडियम खाली करा देंगे, वहां व्यवस्था करेंगे। अगर किसी के पास पैसा है, तो अपने लेबर को भूखे नहीं मरने देना। सारे ठेकेदार, बिजनेसमैन, उद्योगपति से कह रहा हूं कि किसी को भूखा न रहना पड़े। मकान मालिकों से भी कहा कि एक-दो महीनों के लिए किराया टाल दें। सब मकान मालिक अपने किरायेदारों को आश्वस्त करें। उधर मुंबई में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को लोगों को भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार सभी प्रवासी मजदूरों की देखभाल करेगी और बुनियादी जरूरतें जैसे खाना पानी उपलब्ध कराएगी। वेबकास्ट के जरिए उन्होंने बताया- शिव भोजन योजना के तहत एक अप्रैल से 10 रुपए की बजाय पांच रुपए में खाना मिलेगा। ठाकरे ने बताया कि पूरे राज्य में पहले ही 163 केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं जहां पर प्रवासी मजदूरों को खाना और पानी मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा- राज्य उनकी रक्षा करेगा और खाना मुहैया कराएगा लेकिन उन्हें अपने स्थानों को छोड़ कर नहीं जाना चाहिए। मैं समझ सकता हूं कि वे चिंतित हैं लेकिन उन्हें नहीं जाना चाहिए। उन्हें संक्रमण के खतरे को बढ़ाने से बचना चाहिए।
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