नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी वैसे तो ट्विटर के जरिए ही इन दिनों राजनीति कर रहे हैं और केंद्र सरकार को निशाना बना रहे हैं लेकिन इस बार उन्होंने अलग कारणों से हलचल मचाई है। राहुल ने अपने कई करीबी सहयोगियों और वरिष्ठ पत्रकारों को अनफॉलो कर दिया है। उन्होंने सरकार के विरोधी माने जाने वाले कई पत्रकारों को भी अनफॉलो किया है, जिससे कई सवाल उठे हैं।
राहुल गांधी ने फैक्ट चेक करने वाली वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के प्रतीक सिन्हा को भी अनफॉलो कर दिया है। ध्यान रहे भाजपा ने जब एक टूलकिट जारी करके दावा किया कि यह कांग्रेस पार्टी ने तैयार किया है तो ऑल्ट न्यूज ने ही फैक्ट चेक करके बताया कि भाजपा दावा फर्जी है और इसी वेबसाइट की रिपोर्ट के आधार पर ट्विटर ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के पोस्ट को मैनिपुलेटेड मीडिया का टैग दिया था। बहरहाल, प्रतीक सिन्हा को राहुल के अनफॉलो करने के बाद सोशल मीडिया में दक्षिणपंथी समूह प्रतीक सिन्हा को निशाना बना रहे हैं। राहुल गांधी ने वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई और बरखा दत्त को भी अनफॉलो कर दिया है।
पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि यह राहुल के अकाउंट का रिफ्रेशमेंट है। वे जल्दी ही नई रणनीति के साथ लौटेंगे। राहुल गांधी ने अपनी पार्टी के लोगों में अपने प्रमुख साथी केबी बायजू, निखिल और निवेदित अल्वा और कौशल विद्यार्थी के साथ अलंकार सवाई को भी अनफॉलो किया है। राहुल गांधी कुल 281 लोगों को फॉलो करते थे, जिनकी संख्या बुधवार की शाम तक कम होकर 219 रह गई थी। उनके फॉलोवर्स की संख्या एक करोड़ 88 लाख है। राहुल ने पार्टी के हाल में दिवंगत हुए नेताओं- अहमद पटेल, तरुण गोगोई, राजीव सातव आदि के अकाउंट को भी अनफॉलो किया।