नई दिल्ली। तीसरे चरण का परीक्षण पूरा हुए बगैर कोवैक्सीन को मंजूरी देने और वैक्सीनेशन प्रोग्राम में उसे शामिल करने पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि क्या सरकार ने देश के लोगों को गिनी पिग समझा है? कांग्रेस ने यह भी कहा कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन क्या ट्रायल के तौर पर देश भर के लोगों को लगाई जा रही है? असल में इस वैक्सीन का तीसरे चरण का परीक्षण अभी पूरा नहीं हुआ है और न इसका अंतिम डाटा आया है। लेकिन उससे पहले ही सरकार ने 16 जनवरी से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन प्रोग्राम में इसे शामिल कर लिया है। देश भर में इसकी डोज पहुंच गई है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने टीकाकरण अभियान शुरु होने से तीन दिन पहले बुधवार को इस वैक्सीन पर सवाल उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज करते हुए कहा- क्या ये वैक्सीन फेज तीन ट्रायल के तहत लोगों को दिए जाएंगे? उन्होंने कहा- या तो सरकार को कोवैक्सीन का फेज तीन ट्रायल संपन्न होने के बाद इसे इस्तेमाल की इजाजत देनी चाहिए थी या फेज तीन ट्रायल होने तक रिलीज नहीं करना चाहिए था।
मनीष तिवारी ने ट्विट किया- कल तक एनडीए-भाजपा ने दावा किया था कि कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी गई है। आज वैक्सीन लेने वालों को अपनी पसंद की वैक्सीन लेने की अनुमति नहीं देकर क्या एनडीए-भाजपा भारतीयों को गिनी पिग बनाना चाह रही, जिन पर कोवैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल हो सके? इस बयान से ठीक पहले दिल्ली सहित देश के 10 शहरों में बुधवार की सुबह ही वैक्सीन की पहली खेप पहुंच चुकी है और इसे 16 जनवरी से पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया जाना है। अभी तक वैक्सीन के तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल का डाटा नहीं आया है। इस वजह से सरकार ने कहा था कि इसका इस्तेमाल दूसरे विकल्प के तौर पर होगा।