नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से शौकिया तौर पर या घबराहट में जांच कराने से बचने को कहा है। मंत्रालय की ओर से शनिवार को कहा गया कि लोग सिर्फ फैशन के लिए या अपना कांफिडेंस बढ़ाने के लिए कोरोना वायरस संक्रमण का टेस्ट न करवाएं। लोगों की जांच प्रोटोकॉल के अनुसार ही की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में देश में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बताया। संयुक्त सचिव ने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार की ओर से मास्क और सैनिटाइजर के दाम तय कर दिए गए हैं। दो प्लाई मास्क की कीमत आठ रुपए प्रति मास्क और तीन प्लाई मास्क की कीमत 10 रुपए प्रति मास्क से ज्यादा नहीं होगी। वहीं, सैनिटाइजर की दो सौ एमएल की बोतल की कीमत एक सौ रुपए से ज्यादा नहीं होगी। ये कीमतें 30 जून 2020 तक पूरे देश में लागू रहेंगी।
लव अग्रवाल ने कहा- केंद्र सरकार मास्क व सैनिटाइजर का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में भी काम कर रही है। राज्य सरकारों से कहा गया है कि डियोड्रेंट बनाने वाले निर्माताओं को भी सैनिटाइजर का उत्पादन करने की अनुमति दी जाए। वहीं, अल्कोहल इंडस्ट्री को इथाइल अल्कोहल का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग से एक हजार जगहों पर क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट की ट्रेनिंग दी गई है ताकि हालात बिगड़ने पर उनसे निपटा जा सके।
उन्होंने बताया कि देश के अलग-अलग हिस्सों में 111 लैब शुरू हो चुकी हैं। लव अग्रवाल ने कहा कि प्राइवेट लैब को लेकर भी सरकार निर्णायक स्थिति में पहुंच चुकी है। उन्होंने बताया कि देश में मौजूद क्वारैंटाइन सेंटर में 16 सौ भारतीयों के अलावा अन्य देशों के नागरिक भी भर्ती किए गए। आज इटली के 262 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया। इनमें ज्यादातर छात्र हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने भी मौजूदा हालात पर नजर बनाकर रखी है।