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हमला करने वालों पर रासुका

ByNI Desk,
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हमला करने वालों पर रासुका
इंदौर/लखनऊ। कोरोना वायरस से संक्रमितों की तलाश कर रही पुलिस और उनकी जांच व इलाज कर रहे डॉक्टरों पर हमले को सरकारों ने गंभीरता से लिया है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकार ने ऐसे लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून, रासुका लगाने का फैसला किया है। मध्य प्रदेश सरकार ने इंदौर में पुलिस और डॉक्टरों पर पथराव करने के मामले में छह लोगों को हिरासत में लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी गाजियाबाद के जिला अस्पताल में डॉक्टरों के साथ बदतमीजी करने के आरोपी पर रासुका लगाने का आदेश दिया है। इंदौर में छत्रीपुरा पुलिस थाने के प्रभारी करणी सिंह शक्तावत ने बताया है कि डॉक्टरों की टीम पर पथराव के मामले की जांच में मिले सुरागों के आधार पर छह लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने गुरुवार को इस मामले में सात अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। जिला प्रशासन ने इनमें से चार लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत रीवा के केंद्रीय जेल भेजने के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने बताया कि शहर के टाटपट्टी बाखल इलाके में बुधवार को पथराव की घटना में दो महिला डॉक्टरों के पैरों में चोटें आई थीं। दोनों महिला डॉक्टर कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान चला रहे स्वास्थ्य विभाग के पांच सदस्यीय दल में शामिल थीं। यह दल कोरोना वायरस संक्रमण के एक मरीज के संपर्क में आए लोगों को ढूंढने गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस को सुराग मिले हैं कि स्वास्थ्यकर्मियों पर पथराव की यह घटना सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों के बाद असामाजिक तत्वों के उकसावे के चलते हुई थी। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश सरकार ने गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल में हुई घटना के बाद आरोपियों पर रासुका लगाने का आदेश दिया है। अस्पताल में भर्ती कराए गए तबलीगी जमात के मरीजों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उन पर अस्पताल परिसर में बिना पैंट नग्न घूमने, नर्सों के साथ छेड़छाड़ और अश्लील इशारे करने, अस्पताल स्टाफ से बीड़ी सिगरेट मांगने के भी आरोप हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने डीएम, एसएसपी और स्थानीय पुलिस को इसकी लिखित शिकायत दी, जिसके बाद यूपी सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे लोगों को मानवता का दुश्मन बताते हुए कहा कि उनको छोड़ा नहीं जाएगा।
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