समाचार मुख्य

22 साला दिशा पर देशद्रोह!

ByNI Desk,
Share
22 साला दिशा पर देशद्रोह!
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले में पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ्तार करने के बाद आरोप लगाया है कि टूलकिट तैयार करने में दिशा के साथ दो और लोग शामिल थे। पुलिस ने इस सिलसिले में मुंबई की वकील निकिता जैकब और एक दूसरे व्यक्ति शांतनु के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। पुलिस का यह भी कहना है कि कनाडा में रहने वाले एमओ धालीवाल भी इसमें शामिल हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है उन्होंने किसानों का समर्थन करने के लिए टूलकिट शेयर किया तो दूसरी ओर पुलिस ने उनके ऊपर देश के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। उधर निकिता जैकब ने दिल्ली की अदालत से जारी गैर जमानती वारंट के खिलाफ बांबे हाईकोर्ट में ट्रांजिट बेल की अर्जी दायर की है, जिस पर मंगलवार को सुनवाई होगी। इस बीच, पुलिस ने दावा किया है कि बेंगलुरू की पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि, मुंबई की सामाजिक कार्यकर्ता और वकील निकिता जैकब और शांतनु ने खालिस्तानी समर्थक माने जाने वाले पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन के संस्थापक एमओ धालीवाल के साथ जूम ऐप पर मीटिंग की थी। इस मीटिंग का मकसद 26 जनवरी से पहले सोशल मीडिया पर खलबली मचाना था। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल के ज्वाइंट कमिश्नर प्रेम नाथ ने बताया है कि कनाडा की रहने वाली पुनीत नाम की महिला ने दिशा, निकिता और शांतनु को इस संगठन से जोड़ा था। गौरतलब है कि तीन फरवरी को स्वीडेन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने दो सोशल मीडिया पोस्ट लिखी थीं। पहली पोस्ट में उन्होंने किसानों का समर्थन किया था, दूसरी पोस्ट में एक टूलकिट शेयर की थी। यह टूलकिट असल में एक गूगल डॉक्यूमेंट था, जिसमें आंदोलन को तेज करने के बारे में कई तरह के उपाय बताए गए थे। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने इसे सरकार विरोधी मानते हुए टूलकिट बनाने वालों के खिलाफ चार फरवरी को देशद्रोह और साजिश रचने के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी। दिल्ली पुलिस ने दिशा को रविवार को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया था। दिशा को दिल्ली की एक अदालत ने पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। दिल्ली पुलिस का आरोप है कि दिशा ने ही टूलकिट को एडिट और सरकुलेट किया था। इसके लिए उन्होंने वॉट्सऐप ग्रुप भी बनाया था। दिशा ने यह टूलकिट ग्रेटा तक टेलीग्राम ऐप के जरिए पहुंचाई, लेकिन जब यह टूलकिट पब्लिक डोमेन में आ गई तो दिशा ने ग्रेटा से इसे हटाने को कहा। बाद में दिशा ने टूलकिट के लिए बना वॉट्सऐप ग्रुप भी डिलीट कर दिया। दिल्ली पुलिस का कहना है कि निकिता ने भी टूलकिट एडिट की थी। साथ ही पुलिस ने यह भी बताया है कि शांतनु ने एक ईमेल अकाउंट बनाया और इसके जरिए टूलकिट क्रिएट की। फिर उसने यह टूलकिट दिशा, निकिता और अन्य लोगों के साथ शेयर की।
Published

और पढ़ें