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राहत पैकेज बहुत जरूरी: बनर्जी

ByNI Web Desk,
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राहत पैकेज बहुत जरूरी: बनर्जी
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रघुराम राजन के बाद अब नोबल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी के साथ कोरोना वायरस के संकट पर संवाद किया है। इस बातचीत में बनर्जी ने संकट की मार झेल रही अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बड़े प्रोत्साहन पैकेज की जरूरत पर जोर दिया। रघुराम राजन की बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने मंगलवार को कहा कि देश की आबादी के एक बड़े हिस्से के हाथों में पैसे पहुंचाने होंगे। राहुल गांधी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद के दौरान बनर्जी ने यह भी कहा कि जरूरतमंदों के लिए तीन महीने तक अस्थायी राशन कार्ड मुहैया कराने, सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम, एमएसएमई क्षेत्र की मदद करने और प्रवासी मजदूरों की सहायता के लिए  राष्ट्रीय स्तर पर कदम उठाने की जरूरत है। इस संवाद के दौरान राहुल ने कहा कि लॉकडाउन के मामले में फैसले की छूट राज्यों को देने की वकालत की। राहुल गांधी ने कांग्रेस की न्याय योजना की तर्ज पर लोगों को पैसे दिए जाने के बारे में पूछा तो बनर्जी ने कहा कि निश्चित तौर पर लोगों के हाथ में पैसा पहुंचाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर हम निचले तबके की 60 फीसदी आबादी के हाथों में कुछ पैसे देते हैं तो इसमें कुछ गलत नहीं होगा। यह एक तरह का प्रोत्साहन होगा। गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव के समय तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने न्याय योजना का वादा किया था। इसके तहत देश के करीब पांच करोड़ गरीब परिवारों को हर साल 72 हजार रुपए देने का वादा किया गया था। बड़े प्रोत्साहन पैकेज की जरूरत पर जोर देते हुए बनर्जी ने कहा कि अमेरिका, जापान, यूरोप यहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा- हमने बड़े प्रोत्साहन पैकेज पर फैसला नहीं किया है। हम अभी भी जीडीपी के एक फीसदी पर हैं, अमेरिका 10 फीसदी तक तक चला गया है। हमें एमएसएमई क्षेत्र के लिए ज्यादा करने की जरूरत है। उनके मुताबिक प्रवासी मजदूरों के मुद्दे को राज्य सरकार अकेले नहीं संभाल सकती है। इसमें केंद्र की भूमिका जरूरी है।
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