पुणे। कोरोना वायरस की वैक्सीन का उत्पादन कर रहे सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया, एसआईआई के पुणे स्थित सेंटर की एक इमारत में गुरुवार को भीषण आग लग गई। एसआईआई के टर्मिनल-एक की चौथी और पांचवीं मंजिल पर आग लग थी। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि देर शाम इसी इमारत में एक बार फिर आग लगने की घटना हुई पर इस बार आग ज्यादा नहीं फैली।
पहले एसआईआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी यानी सीईओ अदार पूनावाला ने सोशल मीडिया पर कहा था कि आग से किसी की मौत नहीं हुई है। बाद में मौतों की सूचना मिलने पर उन्होंने इस पर गहरा दुख जाहिर किया। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से कुछ लोगों की जान इस हादसे में गई है। पूनावाला ने कहा कि इसका उन्हें गहरा दुख है। उन्होंने कहा- मैं सरकार और लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि कोवीशील्ड के प्रोडक्शन को इस हादसे से कोई नुकसान नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए हमने कई प्रोडक्शन बिल्डिंग तैयार कर रखी हैं। गौरतलब है कि एसआईआई के इसी परिसर में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोवीशील्ड का उत्पादन होता है।
बताया जा रहा है कि आग बीसीजी वैक्सीन लैब में लगी थी। आग पर काबू पाने के बाद जब तलाशी ली गई तो पांच लाशें जली हुई हालत में मिलीं। इनमें से दो लोग उत्तर प्रदेश के, दो लोग पुणे के और एक व्यक्ति बिहार का था। आग लगने की वजह का पता नहीं लगा है। लेकिन माना जा रहा है कि इमारत में चल रहे वेल्डिंग के काम चल की वजह से आग लगी हो सकती है। आग से कोवीशील्ड वैक्सीन के उत्पादन पर कोई असर नहीं हुआ है और न उसके स्टॉक को कोई नुकसान हुआ है।