नई दिल्ली। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भले इस साल गणतंत्र दिवस की परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के लिए भारत नहीं आए, लेकिन वे जल्दी ही भारत का दौरा करेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जून में ब्रिटेन में होने वाले जी-7 देशों के सम्मेलन में शामिल होने का न्योता दिया है। साथ ही कहा जा रहा है कि वे जी-7 सम्मेलन से पहले भारत का दौरा कर सकते हैं। अनौपचारिक रूप से जॉनसन ने भारत को जी-7 सम्मेलन में शामिल होना का न्योता उसी समय दिया था, जब उन्होंने गणतंत्र दिवस में शामिल होने का न्योता कबूल किया था। हालांकि कोरोना का संक्रमण बढ़ने की वजह से उन्होंने भारत का दौरा रद्द कर दिया।
गौरतलब है कि 13 से 15 जून तक जी-7 समूह की बैठक ब्रिटेन में होने वाली है। इसमें दुनिया की सबसे बड़ी सात अर्थव्यवस्था वाले देश- ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और यूरोपीय संघ शामिल हैं। इस बार यह समूह कोरोना वायरस की महामारी, जलवायु परिवर्तन और मुक्त व्यापार जैसे वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेगा। बहरहाल, एक बयान में कहा गया है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन जी-7 सम्मेलन से पहले भारत की यात्रा पर आ सकते हैं।
भारत के अलावा, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया को भी जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया गया है। बयान में कहा गया है कि तीनों देशों को सम्मेलन के लिए बतौर मेहमान बुलाया गया है ताकि विशेषज्ञता और अनुभव को जोर दिया जा सके। इसमें कहा गया है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन जी-7 शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य नेताओं से कोरोना वायरस के बाद के अवसरों के निर्माण पर चर्चा करेंगे ताकि बेहतर और समृद्ध भविष्य का रास्ता बनाया जा सके।
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत और ब्रिटेन के बीच सहयोग बढ़ने पर जोर देते हुए बयान में कहा गया है- दुनिया की फार्मेसी के रूप में भारत पहले से ही दुनिया को 50 फीसदी से ज्यादा वैक्सीन की आपूर्ति करता है। यूनाइटेड किंगडम और भारत ने कोरोना जैसी महामारी के दौरान एक साथ मिल कर काम किया है। इसमें कहा गया है- हमारे प्रधानमंत्री लगातार बातचीत करते रहते हैं। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि जी-7 सम्मेलन से पहले वो भारत का दौरा करेंगे।