नयी दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनआरपी) में देश के सामान्य निवासियों से जिस तरह के सवाल पूछने का प्रावधान किए जाने की जानकारी मिल रही है उससे साफ है कि सरकार की एनआरपी के जरिए राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर(एनआरसी) लागू करने की योजना है।
कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता हमेशा एनआरसी की बात करते रहे हैं। एनआरपी के बारे में उन्होंने कभी कोई बात ही नहीं की। वे सिर्फ एनआरसी ही रटते रहे हैं लेकिन पिछले सप्ताह अचानक केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में एनआरपी लाने का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि एनआरसी हमेशा भाजपा के एजेंडा का हिस्सा रहा है लेकिन पिछले कुछ दिनों से देशभर में इसको लेकर हो रहे विराध प्रदर्शनों को देखते हुए सरकार ने इसे लागू करने का तरीका बदल दिया है। एनपीआरपी में सामान्य निवासियों से जिस तरह से सवाल पूछने का प्रावधान है और उनसे जिस तरह की जानकारी मांगी जा रही है उससे स्पष्ट है कि सरकार एनआरपी की सूचना का इस्तेमाल एनआरसी के लिए करना चाहती है।
प्रवक्ता ने कहा कि एनआरपी में सिर्फ व्यक्ति का विवरण मांगा जाता है लेकिन इसको लेकर सोशल मीडिया पर जो जानकारी आ रही है उसके अनुसार एनआरपी को लेकर सामान्य निवासी से जो सवाल पूछे जा रहे हैं उसमें व्यक्ति से कई तरह की जानकारियां मांग गयी हैं। मसलन इसमें उसे अपना जन्म स्थान, अपने अन्य परिजनों के बारे में जानकारी देने के साथ ही ड्राइविंग लासेंस नम्बर, आधार नम्बर, वोटर कार्ड तथा मोबाइल नंबर आदि बताना है जबकि एनआरपी के लिए जो परिभाषा तय की गयी है उसमें इस तरह के सवाल पूछने का प्रावधान नहीं है।