नई दिल्ली। कांग्रेस ने मोदी सरकार पर देश की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियों से निपटने के लिए अलाेकतांत्रिक रुख अपनाने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को वापस लिया जाना चाहिए और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर की प्रक्रिया रोक देनी चाहिए।
पार्टी मुख्यालय में लगभग साढ़े तीन घंटे तक चली कांग्रेस कार्यकारिणी समिति की बैठक में पारित एक प्रस्ताव में कहा गया कि सरकार देश की चुनौतियों से निपटने में नाकाम रही है।
सरकार का रवैया असंवेदनशील रहा है। नीतियां लचर है और एजेंडा विभाजनकारी है। सरकार का अलोकतांत्रिक रवैया चिंताजनक है जो राष्ट्र के हित में नहीं है। प्रस्ताव में सरकार से मांग की गयी कि नागरिकता संशोधन कानून को वापस लिया जाना चाहिए और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर की प्रक्रिया रोक देनी चाहिए।
बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, के सी वेणुगोपाल, ए के एंटनी, मल्लिकार्जुन खड़गे, हरीश रावत, पी. चिदंबरम, अम्बिका सोनी, मोतीलाल वोरा, पी एल पूनिया, आनंद शर्मा, तरुण गोगोई और अहमद पटेल तथा अन्य वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया। हालांकि बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद नहीं थे।