
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त व गृह मंत्री पी चिदंबरम की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सीबीआई की गिरफ्तारी के बाद वे जब खुद चाह रहे थे कि प्रवर्तन निदेशालय, ईडी भी उनको हिरासत में लेकर पूछताछ करे तब ईडी ने हिरासत नहीं मांगी। उनके हिरासत और जेल में 55 दिन रहने के बाद ईडी ने उनको हिरासत में लिया है। दिल्ली की विशेष अदालत ने उनको सात दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया है। चिदंबरम को सात दिन की हिरासत में 24 अक्टूबर तक के लिए भेज दिया गया।
अदालत ने उनको घर का खाना दिए जाने, वेस्टर्न टॉयलेट और दवाइयों के इस्तेमाल की इजाजत दे दी। चिदंबरम को अलग सेल में रखा जाएगा। इससे पहले विशेष अदालत के जज अजय कुमार कुहाड़ ने सीबीआई की ओर से दर्ज आईएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम की न्यायिक हिरासत अवधि गुरुवार बढ़ा दी।
गुरुवार को अदालत में ईडी की ओर से दायर आईएनएक्स मीडिया धन शोधन मामले में भी सुनवाई हुई। ईडी ने चिदंबरम से पूछताछ के लिए 14 दिन की हिरासत मांगी। चिदंबरम को अदालत में पेश करने के बाद सीबीआई ने उनकी न्यायिक हिरासत 14 दिन बढ़ाने की मांग की, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद अदालत ने ईडी की याचिका पर सुनवाई की। ईडी ने पूछताछ के लिए 14 दिन की हिरासत मांगी, जिसका चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल ने विरोध किया।
ईडी की ओर से गुरुवार को सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा- हमने कल चिदंबरम को गिरफ़्तार कर लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा कि हिरासत में पूछताछ की जरूरत है। पहले भी पी चिदंबरम सहयोग करने को तैयार थे। उन्होंने कहा कि ईडी के पास धन शोधन के पुख्ता सुबूत हैं। उन्होंने याद दिलाया का पांच सितंबर को पी चिदंबरम ईडी की हिरासत में जाने को तैयार थे। उन्होंने कहा- हमने पांच सितंबर को कस्टडी इसलिए नहीं ली थी क्योंकि हमें कुछ लोगों के बयान लेने थे, जो अब पूरे हो गए हैं।
इसके जवाब में कपिल सिब्बल ने सवालिया लहजे में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिरासत में पूछताछ की ज़रूरत है, तो इन्होंने तुरंत पांच सितंबर को कस्टडी क्यों नहीं ली। ईडी ने जब भी चिदंबरम को बुलाया है वे आए हैं। आख़िरी बार चिदंबरम ईडी के सामने आठ फरवरी 2019 को पेश हुए थे। उन्होंने कहा- पहले सीबीआई ने गिरफ़्तार किया फिर पुलिस कस्टडी और फिर न्यायिक हिरासत। सिब्बल ने कहा- जब 60 दिन पूरे होने वाले हैं तब ईडी कस्टडी मांग रहा है। ये चिदंबरम को जेल में रखना चाहते हैं।