नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के खतरे के बीच इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा जेईई मेन्स की शुरुआत हो गई है। मंगलवार को देश भर में यह परीक्षा शुरू हुई। यह परीक्षा छह सितंबर तक चलेगी। इसके बाद 13 सितंबर को मेडिकल में दाखिले के लिए होने वाली नीट की परीक्षा होनी है। देश की तमाम विपक्षी पार्टियों और अनेक शिक्षाविदों की अपील के बावजूद यह परीक्षा नहीं टाली गई। परीक्षा के पहले दिन कई किस्म की मुश्किलों का सामना करते हुए छात्र परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे।
जेईई मेन्स की परीक्षा के लिए देश भर में 660 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। पहले दिन परीक्षा केंद्रों पर कोरोना से बचाव और सुरक्षा के इंतजाम देखने को मिले। परीक्षार्थी भी परीक्षा केंद्रों पर पूरी सावधानी के साथ पहुंचे। ज्यादातर छात्र अपने साथ हैंड सैनिटाइजर लेकर पहुंचे। इसके अलावा, छात्र मास्क और फेस शील्ड लगाकर पहुंचे थे।
परीक्षा के लिए 8.58 लाख छात्रों ने पंजीयन कराया है। पहले दिन दो पारियों में सुबह नौ से दोपहर 12 बजे और दोपहर तीन से शाम छह बजे तक परीक्षा हुई। परीक्षार्थियों को दिए गए एडमिट कार्ड में बताए गए कोरोना से जुड़े 22 निर्देशों का पालन करना है। जो छात्र मास्क पहन कर नहीं पहुंचे थे उन्हें सेंटर पर ही मास्क दिया गया। परीक्षा केंद्र पर सैनिटाइजर की भी व्यवस्था की गई थी और गेट पर हर छात्र की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही थी। परीक्षा केंद्रों पर सारी व्यवस्था टचलेस रखी गई है।