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बाइडेन-हैरिस युग का आगाज

ByNI Desk,
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बाइडेन-हैरिस युग का आगाज
वाशिंगटन। अमेरिका में आधिकारिक रूप से बाइडेन-हैरिस युग की शुरुआत हो गई है। डोनाल्ड ट्रंप की विदाई और बतौर राष्ट्रपति डमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बाइडेन की शपथ का दुनिया भर में स्वागत किया गया है। बाइडेन ने भारतीय समय के मुताबिक रात साढ़े 10 बजे राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। भारतीय मूल की कमला हैरिस ने अमेरिका की पहली महिला उप राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। छह जनवरी को अमेरिकी संसद पर हुए ट्रंप समर्थकों के हमले को देखते हुए राष्ट्रपति के उद्घाटन समारोह में अभूतपूर्व सुरक्षा का बंदोबस्त किया गया था। समारोह की सुरक्षा के लिए 25 हजार नेशनल गार्ड्स तैनात किए गए थे। कई दिन पहले ही पूरे वाशिंगटन डीसी इलाके में इमरजेंसी की घोषणा कर दी गई थी। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति के रूप में अपना आखिरी दिन व्हाइट हाउस में बिताया। उन्होंने विदाई से पहले अपने करीबी 143 लोगों को क्षमादान दिया। विदा होने से पहले उन्होंने कहा कि वे अमेरिकी लोगों के लिए काम करते रहेंगे और किसी न किसी रूप में लोगों से फिर उनकी मुलाकात होगी। इससे पहले उन्होंने विदाई भाषण में अपने चार साल के कार्यकाल की तारीफ करते हुए कहा कि बिना किसी युद्ध के उन्होंने राष्ट्रपति का चार साल का कार्यकाल पूरा किया है और यह बड़ी उपलब्धि है। तीन नवंबर को हुए चुनावों के बाद से ही नतीजों को विवादित बनाने का प्रयास कर रहे ट्रंप ने विदाई से पहले नए राष्ट्रपति जो बाइडन को बधाई और शुभकामना भी दी। इसके बाद वे फ्लोरिडा रवाना हो गए। वे राष्ट्रपति बाइडेन के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुए। उनकी छोटी बेटी टिफैनी ने अपने पिता के कार्यकाल के आखिरी दिन राष्ट्रपति भवन में सगाई की। बहरहाल, बतौर राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने कार्यकाल के पहले दिन कई अहम फैसले करने वाले हैं। वे कई मुस्लिम बहुल देशों के लोगों के अमेरिका में प्रवेश पर लगाई गई ट्रंप की पाबंदी को हटाएंगे और साथ ही अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर बन रही दीवार के निर्माण पर रोक लगाएंगे। वे शपथ लेने के बाद पेरिस जलवायु समझौते और विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन से अमेरिका को फिर से जोड़ेंगे। बताया जा रहा है कि बाइडेन शपथ लेने के बाद 17 आदेशों पर दस्तखत करेंगे। वे पिछले राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के मुकाबले आव्रजन, पर्यावरण, कोविड-19 के खिलाफ जंग और अर्थव्‍यवस्‍था से जुड़े मुद्दों पर अलग राह अख्तियार करेंगे। गौरतलब है कि बाइडेन ने अमेरिका के सबसे ज्यादा उम्र के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली है तो कमला हैरिस पहली महिला के तौर पर उप राष्ट्रपति बनी हैं।
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