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आज फिर शक्ति परीक्षण का निर्देश

ByNI Desk,
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आज फिर शक्ति परीक्षण का निर्देश
भोपाल। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ को चिट्ठी लिख कर उन्हें मंगलवार को बहुमत साबित करने को कहा है। इस बार राज्यपाल ने सख्त रुख दिखाते हुए कहा है कि अगर मंगलवार को सरकार बहुमत साबित नहीं करती है तो माना जाएगा कि वह अल्पमत है। राज्यपाल की इस चिट्ठी के बाद यह कयास लगाया जाने लगा है कि अगर कमलनाथ सरकार मंगलवार को बहुमत नहीं साबित करती है तो राज्यपाल सरकार भंग करने की सिफारिश कर सकते हैं। ऐसे में विधानसभा को निलंबित करते हुए सरकार भंग की जा सकती है। बहरहाल, सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही के पहले दिन सोमवार को विधानसभा के स्पीकर नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने जब सदन की कार्यवाही 26 मार्च तक स्थगित कर दी तो यह लगने लगा कि शक्ति परीक्षण कुछ दिनों के लिए टल गया है, लेकिन छह घंटे बाद ही घटनाक्रम बदल गए। सुबह सवा 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही स्थगित हुई और छह घंटे बाद शाम पांच बजे के करीब राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक पत्र लिख कर कहा- आप 17 मार्च को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराएं और बहुमत साबित करें, अन्यथा यह माना जाएगा कि वास्तव में आपको विधानसभा में बहुमत प्राप्त नहीं है। दूसरी चिट्ठी मिलने के बाद कमलनाथ ने फिर राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की। राज्यपाल की ओर से मुख्यमंत्री को विश्वास मत हासिल कराने के लिए दूसरी बार कहा गया है। इससे पहले राज्यपाल ने 14 मार्च को कमलनाथ से कहा था कि वे 16 मार्च को विश्वास मत हासिल करें। हालांकि, रविवार रात कमलनाथ ने उनसे मुलाकात की और बताया कि सोमवार को विश्वास मत नहीं होगा। बताया जाता है कि इस बात से राज्यपाल नाराज थे। तभी सोमवार शाम कमलनाथ को लिखे पत्र में राज्यपाल टंडन ने कहा- यह खेद की बात है कि आपने मेरे द्वारा आपको दी गई समयावधि में अपना बहुमत सिद्ध करने की बजाय पत्र लिख कर विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने में अपनी असमर्थता व्यक्त की/आनाकानी की, जिसका कोई भी औचित्य और आधार नहीं है। आपने फ्लोर टेस्ट नहीं कराने के जो कारण दिए हैं, वे आधारहीन और अर्थहीन हैं। इससे पहले, सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत नहीं कराए जाने के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा के 106 विधायक राजभवन पहुंचे थे। वहां राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड हुई। सभी से बात करने के बाद राज्यपाल ने कहा- जब मैंने निर्देश दिए थे तो उसका पालन होना चाहिए था। उन्होंने विधायकों से कहा कि आप निश्चिंत रहिए, जो भी उचित कार्रवाई होगी, मैं करूंगा। अपने आदेश का पालन करवाना मुझे आता है।
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