गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी नजर पूर्वोत्तर को भारत के विकास का इंजन बनाने पर है और इसी उद्देश्य को ध्यान में रख कर केंद्र तथा राज्य सरकारें संयुक्त रूप से इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास पर काम कर रही हैं।
मोदी ने असम में धेमजी के शीलापथर में तेल तथा गैस परियोजना को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद कहा,“ मैंने कहा पूर्वोत्तर भारत के विकास का नया इंजन बनेगा। आज हम देख रहे हैं कि इस बात को महसूस किया जा रहा है।
उन्होंने विशेष रूप से पूर्ववर्ती सरकाराें पर आरोप लगाते हुए कहा कि असम में ब्रह्मपुत्र के उत्तरी क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार किया गया।
उन्होंने कहा, “असम की अर्थव्यवस्था में चाय बागानों की बड़ी भूमिका है। इन चाय बागानों में काम करने वाले लोगों की जिंदगी को आसान बनाया जाना चाहिए। हमारी सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से यह एक है।
मोदी ने कहा कि राज्य सरकार तथा केंद्र सरकार किसानों को कृषि की आधुनिक तकनीक मुहैया करवाकर उनकी आमदनी में वृद्धि करने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा, असम की चाय, पर्यटन, हथकरघा और हस्तशिल्प राज्य की आत्मनिर्भरता को मजबूत करेंगे।
पूर्वोत्तर के लिए घोषित की गई विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-2022 के केंद्रीय बजट में देश के मत्स्य क्षेत्र के लिए 20,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
मोदी ने कहा कि राज्य सरकार की कोशिशों की वजह से आज प्रदेश में 20 इंजीनियरिंग कॉलेज खुल गए हैं। उन्होंने कहा,“ देश में गैस पाइपलाइन नेटवर्क तैयार किया जा रहा है, देश के हर गांव में ऑप्टिकल फाइबर बिछाया जा रहा है, हर घर तक पानी पहुंचाने के लिए पाइप लगाये जा रहे हैं, ये भारत मां की नई भाग्य रेखाएं हैं।