नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए 16 जनवरी से शुरू हुए वैक्सीनेशन अभियान में अब तक 60 लाख के करीब लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ साथ फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जा रहा है। सरकार ने बताया है कि अब तक हुए टीकाकरण में जिन लोगों को साइड इफेक्ट्स हुए उनमें से सिर्फ 28 लोगों को ही अस्पताल में दाखिल करना पड़ा। सरकार ने बताया है कि अस्पताल में दाखिल हुए लोगों में से नौ लोगों की जान गई। हालांकि सरकार का दावा है कि वैक्सीन की वजह से इनकी मौत नहीं हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि ये मौतें वैक्सीन के चलते नहीं हुई हैं, बल्कि सभी मौत के अलग-अलग कारण हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 13 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां के 60 फीसदी से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। सबसे ज्यादा 76.6 फीसदी स्वास्थ्यकर्मियों को बिहार में टीका लगाया गया है। उसके बाद मध्य प्रदेश में 76.1 फीसदी स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जा चुका है। इनके अलावा त्रिपुरा, उत्तराखंड, मिजोरम, उत्तर प्रदेश, केरल, ओडिशा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, लक्षद्वीप, अंडमान निकोबार और छत्तीसगढ़ में पहले चरण का 60 फीसदी टीकाकरण पूरा हो गया है।
हालांकि कई राज्यों में टीकाकरण की रफ्तार बहुत धीमी है। राजधानी दिल्ली, पंजाब सहित 12 राज्य ऐसे हैं जहां, 40 फीसदी से भी कम वैक्सीनेशन हुआ है। इस बीच देश भर में कोरोना वायरस के संक्रमण के नए मामलों और संक्रमण से मरने वालों की संख्या में बड़ी कमी आई है। पिछले तीन दिन से लगातार एक सौ से कम मौतें हो रही हैं। देश में अब डेढ़ लाख से कम एक्टिव केस रह गए हैं। देश में संक्रमितों की संख्या एक करोड़ आठ लाख 35 हजार के करीब है और मरने वालों की संख्या एक लाख 55 हजार से ज्यादा हो गई है।