नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय से कोरोना वायरस ‘कोविड 19’ जैसी महामारी से निपटने के लिए पीएम केयर्स कोष के गठन की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिका आज खारिज कर दी।
न्यायमूर्ति एन वी रमन, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति बी आर गवई की खंडपीठ ने वीडियोकांफ्रेंसिंग के जरिये की गयी सुनवाई के दौरान अधिवक्ता शाश्वत आनंद की याचिका निरस्त कर दी।
न्यायालय ने इस तरह की याचिका दायर करने को लेकर आनंद से नाराजगी जतायी और एक मिनट के भीतर याचिका खारिज कर दी। सुनवाई के दौरान आनंद ने खंडपीठ से कहा कि वह कम से कम दो मिनट उनका निवेदन सुन लें, लेकिन खंडपीठ ने नाराजगी भरे लहजे में कहा कि इस याचिका से राजनीतिक बू आती है।
आनंद के बार-बार आग्रह के बाद न्यायमूर्ति रमन ने उन्हें आगाह किया कि या तो वह (याचिकाकर्ता) अपनी याचिका वापस ले लें, या न्यायालय उन पर जुर्माना लगायेगी। उन्होंने कहा, आपके (याचिकाकर्ता के) पास दो ही विकल्प है, या तो आप याचिका वापस ले लीजिए या आप पर हम भारी जुर्माना लगायेंगे। इसके बाद ने आनंद ने याचिका वापस ले ली।
पीएम केयर्स को चुनौती याचिका सुप्रीम कोर्ट में खारिज
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