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आक्सीजन की कमी से जूझता महाराष्ट्र और फोन लगाते रहे सीएम उद्धव ठाकरे, प्रधानमंत्री रैली में थे, नहीं हुई बात

ByNI Desk,
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आक्सीजन की कमी से जूझता महाराष्ट्र और फोन लगाते रहे सीएम उद्धव ठाकरे, प्रधानमंत्री रैली में थे, नहीं हुई बात
मुंबई | महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दावा किया है कि उन्होंने फोन करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने की कोशिश की, लेकिन वे पश्चिम बंगाल की चुनावी रैली में बिजी थे, इसलिए बात नहीं हो सकी। गौरतलब है कि महाराष्ट्र कोरोना वायरस से देश में सर्वाधिक संक्रमित राज्य है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को फोन करके ऑक्सीजन की सप्लाई के बारे में बात करनी चाही लेकिन बताया गया कि वे पश्चिम बंगाल के प्रचार में बिजी है। इससे पहले राज्य के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार के लिए महामारी नहीं, बल्कि चुनाव प्राथमिकता है। मलिक ने शनिवार को दिन में कहा- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उनके ऑफिस से बताया गया कि प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। इससे पता चलता है कि भाजपा इस संकट से निपटने के बजाय चुनाव जीतने में ज्यादा दिलचस्पी रखती है। नवाब मलिक ने जीवनरक्षक दवा रेमडेसिविर की आपूर्ति को लेकर भी मालिक ने केंद्र पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मलिक ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र के डर से रेमडेसिविर बनाने वाली कंपनियां महाराष्ट्र में इसकी सप्लाई नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कंपनियों को धमकी दी जा रही है कि अगर वे महाराष्ट्र को यह इंजेक्शन देंगे तो उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। यह दुखद और चौंकाने वाला है। उन्होंने कहा- भारत में 16 निर्यातकों को 20 लाख रेमडेसिविर के इंजेक्शन बेचने की अनुमति नहीं है। अब जबकि केंद्र सरकार ने इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है, तो इसे देश में बेचने की अनुमति मांग रहे हैं, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी जा रही है। इस स्थिति में महाराष्ट्र सरकार के पास इन 16 निर्यातकों से रेमडेसिवीर के स्टॉक को जब्त करने और जरूरतमंदों को आपूर्ति करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
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