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बंगाल में अब केंद्रीय बलों पर राजनीति...

ByNI Desk,
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बंगाल में अब केंद्रीय बलों पर राजनीति...
कोलकाता। politics on central forces : पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में होने वाले चुनावों से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच अब अर्धसैनिकल बलों को लेकर राजनीति होने लगी है। भाजपा ने कहा केंद्रीय चुनाव आयोग से कहा है कि राज्य में चुनाव से पहले लोगों में डर का माहौल है और उसे जल्दी से जल्दी केंद्रीय बलों की तैनाती करनी चाहिए। दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य में तैनात सीमा सुरक्षा बल, बीएसएप भाजपा के लिए काम कर रही है। उसने चुनाव आयोग से इस मामले को गंभीरता से लेने की अपील की है। politics on central forces : पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है- चुनाव से पहले चुनाव आयोग की पूरी टीम इन दिनों हालात का जायजा लेने के लिए राज्य में है। विपक्षी पार्टी होने के नाते हम अपील करते हैं कि वे राज्य में ऐसा माहौल बनाने में मदद करें, जिससे लोग बिना डरे अपने वोटिंग के अधिकार का प्रयोग कर सकें। इसके लिए यहां केंद्रीय बलों की तैनाती बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी यहां डर का माहौल था। उन्होंने कहा कि पोलिंग बूथ के अंदर केंद्रीय बल और बाहर राज्य पुलिस की तैनाती की जाए। politics on central forces : दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस के नेता फिरहाद हकीम ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि BSF लोगों को डरा धमका रही है, ताकि वे भाजपा को ही वोट दें। उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में सांप्रदायिक भाषणों और भड़काऊ नारों के जरिए नफरत फैला रही है। वे समाज को बांटने वाली राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा- भाजपा मतदाता सूची में रोहिंग्या और बांग्लादेशी लोगों के नाम होने का आरोप लगा रही है। उनका दावा है कि ऐसे वोटर्स करीब 10 फीसदी होंगे। यह सीधे सीधे चुनाव आयोग पर आरोप है, क्योंकि वोटर लिस्ट चुनाव आयोग ने ही तैयार की है। हम अपील करते हैं कि आयोग मामले की जांच करे।
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