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मुख्यधारा में लौटें उग्रवादी: मोदी

ByNI Desk,
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मुख्यधारा में लौटें उग्रवादी: मोदी
तमुलपुर (असम)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर के उग्रवादियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील की है। असम में तीसरे और आखिरी चरण के लिए प्रचार करने पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस की पिछली सरकारों पर हमला करते हुए कहा उन्होंने हिंसा को बढ़ावा दिया, जबकि एनडीए की सरकार में राज्य में शांति बहाल किया है। उन्होंने उग्रवादियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हुए यह भी कहा कि असम को उनकी जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को विपक्ष पर निशाना साधते हुए यह भी दावा किया कि भाजपा की सरकारें बिना किसी भेदभाव के सब के लिए नीतियां बनाती हैं, जबकि कुछ लोग केवल एक वर्ग के लिए काम करने वालों को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं और सभी के लिए काम करने वाले को सांप्रदायिक कहते हैं। मोदी ने एक चुनावी रैली में कहा कि असम के लोग हिंसा के खिलाफ हैं, वे विकास, शांति, एकता और स्थिरता चाहते हैं। मोदी ने कहा- सरकार असम समझौते को पूरी तरह से लागू करने के लिए गंभीरतापूर्वक काम कर रही है, ज्यादातर समस्याओं को हल कर लिया गया है और बाकी का हल भी जल्दी निकाला जाएगा। प्रधानमंत्री ने अब तक आत्मसमर्पण नहीं करने वाले उग्रवादियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हुए कहा कि असम को उनकी जरूरत है। मोदी ने कहा कि उन्हें आत्मनिर्भर असम बनाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी ने एआईयूडीएफ संस्थापक और सांसद बदरुद्दीन अजमल के बेटे अब्दुर रहीम की ओर से कांग्रेस की एक रैली में दिए गए एक कथित बयान की ओर इशारा करते सांप्रदायिकता का एजेंडा उठाया। रहीम ने शुक्रवार को एक रैली में कथित तौर पर कहा था कि ‘दाढ़ी, टोपी और लुंगी वाले’ असम में अगली सरकार बनाएंगे। प्रधानमंत्री ने इसका जिक्र करते हुए कहा- इससे बड़ा असम के लिए कोई अपमान नहीं हो सकता। असम की जनता उन लोगों को बरदाश्त नहीं करेगी जो असम के गौरव और पहचान का अपमान करते हैं और जनता उन्हें मतदान के जरिये मुंहतोड़ जवाब देगी। ममता की हार का मोदी का दावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक बार फिर ममता बनर्जी के नंदीग्राम से चुनाव हारने का दावा किया। उन्होंने कहा कि ममता ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ कर बड़ी गलती की थी। गौरतलब है कि दो दिन पहले एक मार्च को नंदीग्राम में मतदान के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि ममता चुनाव हार रही हैं और वे दूसरी सीट से भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। हालांकि तृणमूल कांग्रेस और ममता दोनों ने इस बात को खारिज कर दिया। उसी बात को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- इन दिनों टीएमसी में मंथन चल रहा है। टीएमसी के समझदार लोग कह रहे हैं कि दीदी ने ताव में आकर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला तो कर लिया है, लेकिन ये उनकी बहुत बड़ी गलती साबित होगी। मोदी ने एक मार्च को कही अपनी बात सही साबित करने के लिए दावा किया कि नंदीग्राम से उनको हारता हुआ देख कर टीएमसी के लोगों ने तय किया था की उन्हें दूसरी सीट से भी लड़ाया जाए। फिर उन्हें सलाह दी गई कि ये उनकी दूसरी गलती होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने हुगली के तारकेश्वर की रैली में ममता पर तंज करते हुए कहा कि जब कोई ईवीएम को दोष देने लगे, तो समझ लीजिए कि उसका खेल खत्म हो चुका है। मोदी ने कहा- बंगाल के लोग हर परीक्षा में पास हुए हैं। फेल तो वो लोग हुए हैं, जिन्होंने बंगाल का विकास नहीं किया। आज बंगाल के लोगों ने एक बार फिर परिवर्तन की कमान संभाल ली है। उन्होंने कहा- सोनार बांग्ला के विजन में यहां के लोग भाजपा की सरकार बनाना चाहते हैं। इसलिए यहां के लोगों ने पहले दो चरण में ही भाजपा की जीत का रास्ता तय कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण 24 परगना की रैली में तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा के उस बयान पर पलटवार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी अब वाराणसी से चुनाव लड़ेंगी। मोदी ने कहा- दीदी.. काशी वालों का दिल बहुत बड़ा है आपको टूरिस्ट गैंग नहीं कहेंगे। उन्होंने कहा- तृणमूल अब कह रही है कि दीदी वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। ये बयान आने के बाद दो बातें साफ हो जाती हैं। एक तो दीदी ने बंगाल में अपनी हार स्वीकार कर ली है। दूसरी बात, दीदी अब बंगाल के बाहर अपनों के लिए जगह तलाश करने में जुट गई हैं। उन्होंने कहा- अच्छा है विधानसभा में हारने के बाद लोकसभा में जरूर हाथ आजमाइए दीदी।
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